कोटा की आईएल टाउनशिप में बनेगी पिकॉक बर्ड सेंचुरी

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कोटा। जिला प्रशासन ने झालावाड़ रोड स्थित आईएल टाउनशिप के 86 एकड़ एरिया में स्मार्ट सिटी के तहत 21 करोड़ की लागत से शहरवासियों के लिए ऑक्सी-जोन बनाने का निर्णय लिया है। टाउनशिप में वर्तमान में 5 हजार से ज्यादा हरे-भरे पेड़ पौधे हैं। इस ग्रीन व शांत वातावरण में 600 से 800 की संख्या में राष्ट्रीय पक्षी मोर का बसेरा है। जिन्हें संरक्षित करने के लिए ग्रीन कोर संस्था व पर्यावरण प्रेमियों द्वारा दिए गए सुझावों के तहत प्रशासन इस क्षेत्र को पिकॉक बर्ड सेंचुरी बनाएगा।

कलेक्टर गौरव गोयल ने LEN-DEN NEWS बताया कि यहां बड़ी तादाद में पिकॉक (मोर) पहले से ही हैं, लेकिन कोटा व आसपास के क्षेत्र में आने वाले माईग्रेट बर्ड यहां प्रवास करें। ताकि पर्यटन की नई साइट सिटी के बीच डवलप हो। इसके लिए 5 वाटर बॉडी विकसित की जाएंगी। जिन्हें नेचुरल तरीके से बनाया जाएगा। इसके लिए अवल से एक्सपर्ट की मदद ली जाएगी।

कलेक्टर गोयल ने बताया कि पहले यूआईटी इस एरिया को आवासीय क्षेत्र बनाना चाहती थी। इससे टाउनशिप में मौजूद हजारों की संख्या में पेड़ काटे जाते। यह निर्णय गलत होता। शहर के पर्यावरण का बड़ा नुकसान होता। निर्णय को बदलते हुए नए कोटा वासियों को जिनके लिए उक्त एरिया में सीबी गार्डन जैसी जगह उपलब्ध करवाने के लिए ऑक्सीजोन बनाने का फैसला लिया।

जहां बर्ड सेंचुरी भी अब बनेगी। साढ़े पांच किलोमीटर लंबा जॉगिंग, वॉकिंग व साइकलिंग ट्रैक बनाया जाएगा। पक्षियों के लिए नेचुरल हैबिटॉट विकसित किया जाएगा। इस एरिया को पर्यटन साइट का रूप दिया जाएगा। पूरा एरिया डेन फॉरेस्ट होगा। इस काम की कार्यकारी एजेंसी स्मार्ट सिटी रहेगी। बजट स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत खर्च होगा। शुरुआत में बाउंड्रीवॉल बनाएगी। एक माह तक प्लानिंग का समय तय किया गया है।

इसमें शहरवासियों से सुझाव लिए जाएंगे। ताकि यह इलाका बेस्ट तरीके से डवलप हो सके। उसके बाद 15 सितंबर तक प्रोजेक्ट के टेंडर कर दिए जाएंगे। प्रयास है कि प्रोजेक्ट का निर्माण कार्य सितंबर अंत तक शुरू कर दिया जाएगा और अगले मानसून सत्र तक इसे कंपलीट कर लिया जाएगा।