Vazirani Shul: भारत की पहली सुपरकार, जानिए इसकी खासियत

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भारत की पहली इको फ्रेंडली हाइपरकार, शूल को गुडवुड फेस्टिवल आॅफ स्पीड में पेश कर दिया गया है। आइए, जानते हैं क्या हैं इस सुपरकार की खासियतें…इस हाइपरकार में ‘इको फ्रेंडली’ टर्बाइन इलेक्ट्रिक पावरट्रेन है जो कि कारों में अमूमन देखने को नहीं मिलता है। इसको Chunky Vazirani ने तैयार किया है जो कि नई भारतीय कंपनी Vazirani Automotive के को-फाउंडर और चीफ डिजाइनर हैं। इन्होंने Sahara Force India की फॉर्म्यूला वन टीम के साथ भी काम किया है।

इसका नाम Shul है। उच्चारण में यह ‘Shool’ है। इसमें हल्के वज़न वाली चेसिस का इस्तेमाल किया गया है और कार्बन फाइबर का बखूबी इस्तेमाल देखने को मिलता है। BMW i8 में भी कार्बन फाइबर का इस्तेमाल है। Shul अभी कॉन्सेप्ट के स्टेज पर है और इसे बनाने वाली कंपनी इसके प्रोटोटाइप को इस साल के अंत तक ला सकती है। हर पहिये में चार इलेक्ट्रिक मोटर फिट हैं जो कि इसे फुली इंडिपेंडेंट टॉर्क वेक्टरिंग प्रोवाइड करेंगे।

ये मोटर सिंगल रेशो गियरबॉक्सेज से चलते हैं। इस सुपरकार से जुड़े तकनीकी डीटेल्स अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। कंपनी का कहना है कि वह 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड वाले कॉन्सेप्ट की बजाए ‘कार हैंडलिंग’ पर फोकस करेगी। तो आपको कैसा लगा भारतीय कंपनी की सुपरकर का कॉन्सेप्ट?

इसका नाम Shul है। उच्चारण में यह ‘Shool’ है। इसमें हल्के वज़न वाली चेसिस का इस्तेमाल किया गया है और कार्बन फाइबर का बखूबी इस्तेमाल देखने को मिलता है। BMW i8 में भी कार्बन फाइबर का इस्तेमाल है। Shul अभी कॉन्सेप्ट के स्टेज पर है और इसे बनाने वाली कंपनी इसके प्रोटोटाइप को इस साल के अंत तक ला सकती है।

हर पहिये में चार इलेक्ट्रिक मोटर फिट हैं जो कि इसे फुली इंडिपेंडेंट टॉर्क वेक्टरिंग प्रोवाइड करेंगे। ये मोटर सिंगल रेशो गियरबॉक्सेज से चलते हैं।  इस सुपरकार से जुड़े तकनीकी डीटेल्स अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं। कंपनी का कहना है कि वह 0 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड वाले कॉन्सेप्ट की बजाए ‘कार हैंडलिंग’ पर फोकस करेगी।