IIP ग्रोथ 3.2% के साथ सात महीने के निचले स्तर पर

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नई दिल्ली। गुरुवार को जारी इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन और खुदरा महंगाई दोनों के आंकड़ों ने तगड़ा झटका दिया है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर की सुस्ती से मई में इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन की ग्रोथ घटकर 3.2 फीसदी रह गई, जो 7 महीने का निचला स्तर है। वहीं जून में खुदरा महंगाई बढ़कर 5 फीसदी हो गई, जो पांच महीने का उच्चतम स्तर है। खुदरा महंगाई पर फ्यूल और बिजली की महंगाई का सबसे ज्यादा असर दिखा।

मैन्युफैक्चरिंग के 13 इंडस्ट्री ग्रुप्स में पॉजिटिव ग्रोथ
कॉमर्स मिनिस्ट्री के आंकड़ों के मुताबिक, मई, 2018 में मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर ने 2.8 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की, जबकि एक साल पहले समान महीने में यह आंकड़ा 2.6 फीसदी रहा था। वहीं मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर के 23 इंडस्ट्री ग्रुप्स में 13 में पॉजिटिव ग्रोथ दर्ज की गई। उपयोग पर आधारित क्लासिफिकेशन से पता चलता है प्राइमरी गुड्स की ग्रोथ 5.7 फीसदी, जबकि कैपिटल गुड्स का आउटपुट 7.6 फीसदी बढ़ा।

सात महीने के निचले स्तर पर आईआईपी ग्रोथ
मई में आईआईपी ग्रोथ घटकर 3.2 फीसदी रह गई, जबकि एक महीने पहले यानी अप्रैल में यह आंकड़ा 4.9 फीसदी रहा था। वहीं इलेक्ट्रिसिटी और कंज्यूमर नॉन ड्यूरेबल सेक्टर में भी खासी सुस्ती देखने को मिली। हालांकि मई, 2017 से तुलना में आईआईपी कुछ बेहतर रहा, जब ग्रोथ 2.9 फीसदी रही थी।

मई में 3.2 फीसदी की ग्रोथ आईआईपी का सात महीने का निचला स्तर है। इससे पहले अक्टूबर में आईआईपी की ग्रोथ 1.8 फीसदी रही थी। आईआईपी की ग्रोथ नवंबर में 8.5 फीसदी, दिसंबर में 7.3 फीसदी, जनवरी में 7.5 फीसदी, फरवरी में 7 फीसदी, मार्च में 4.6 फीसदी और अप्रैल में 4.9 फीसदी रही थी।

कंज्यूमर नॉन ड्यूरेबल्स में गिरावट
आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक, मई में सबसे ज्यादा झटका कंज्यूमर नॉन ड्यूरेबल्स की ग्रोथ को लगा जिसमें 2.6 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई, जबकि एक साल पहले समान महीने में इस सेक्टर में 9.7 फीसदी की ग्रोथ रही थी।
इस महीने में कंज्यूमर ड्यूरेबल्स की ग्रोथ 4.3 फीसदी रही, जबकि मई, 2017 में यह आंकड़ा 0.6 फीसदी रहा था।

इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर को तगड़ा झटका
-इन्फ्रास्ट्रक्चर गुड्स की ग्रोथ 4.9 फीसदी रही, जबकि मई, 2017 में इसमें 0.1 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी।
-इस महीने में इंटरमीडिएट गुड्स की ग्रोथ कुछ सुधरकर 0.9 फीसदी हो गई, जबकि एक साल पहले समान महीने में यह आंकड़ा 0.7 फीसदी रहा था।
-मई, 2018 में कैपिटल गुड्स सेक्टर में अच्छी ग्रोथ दर्ज की गई, 7.6 फीसदी हो गई। वहीं एक साल पहले समान महीने में इस सेक्टर में 1.6 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी।
-प्राइमरी गुड्स की ग्रोथ सुधरकर 5.7 फीसदी हो गई, जबकि एक साल पहले समान अवधि में यह आंकड़ा 3.7 फीसदी रहा था।
-मई, 2018 में इलेक्ट्रिसिटी सेक्टर की ग्रोथ को भी तगड़ा झटका लगा, जो एक साल पहले समान अवधि के 8.3 फीसदी की तुलना में घटकर 4.2 फीसदी रह गई।
-माइनिंग सेक्टर की ग्रोथ सुधरकर 5.7 फीसदी हो गई, जबकि एक साल पहले समान अवधि में यह आंकड़ा 0.3 फीसदी रहा था।