कर्ज लेना होगा महंगा, RBI ने 0.25 फीसदी बढ़ाया रेपो एवं रिवर्स रेपो रेट

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नई दिल्‍ली। रिजर्व बैंक ने बुधवार को चार साल में पहली बार ब्‍याज दरों में बढ़ोत्‍तरी की। रिजर्व बैंक ने रेपो रेट 0.25 फीसदी बढ़ाकर 6.25 फीसदी कर दिया है। रिवर्स रेपो रेट भी चौथाई फीसदी बढ़कर 6 फीसदी हो गया। रेपो रेट में बढ़ोत्‍तरी से कर्ज लेना महंगा हो जाएगा। आने वाले दिनों में होम लोन, ऑटो लोन और पर्सनल लोन की ईएमआई में बढ़ोत्‍तरी हो सकती है। रिजर्व बैंक ने जनवरी 2014 के बाद पहली बार रेपो रेट में बढ़ोत्‍तरी की है।

मोदी सरकार के कार्यकाल में यह पहला मौका है जब रिजर्व बैंक ने रेपो रेट बढ़ाया है। RBI गवर्नर उर्जित पटेल की अध्‍यक्षता में होने वाली MPC मीटिंग पहली बार 3 दिन चली है। इससे पहले यह दो दिन की होती रही है। आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल की अगुवाई में छह सदस्यीय मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी (एमपीसी) की 4 जून से मीटिंग शुरू हुई थी।

फाइनेंशियल ईयर 2018 की चौथी तिमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ 7.7 फीसदी रही है, वहीं, पूरे फाइनेंशियल में ग्रोथ 6.7 फीसदी रही है। जानकार इसे इकेानॉमी के पटरी पर लौटने के रूप में देख रहे हैं। वहीं, इंटरनेशनल मार्केट में क्रूड की कीमतें 78 डॉलर के आस-पास बनी हुई हैं।

रिटेल इनफ्लेशन नवंबर 2017 से ही 4 फीसदी के ऊपर बना हुआ है। वहीं, टाइट मॉनिटरी पॉलिसी के मिल रहे संकेतों के बीच SBI, PNB और ICICI बैंक समेत कुछ बैंकों ने 1 जून से लेंडिंग रेट बढ़ा दिए हैं। वहीं, कुछ बैंकों ने डिपॉजिट रेट भी बढ़ाए हैं।

RBI से भी दरें बढ़ाने के मिले थे संकेत
RBI के डिप्‍टी गवर्नर विरल आचार्य ने जून में होने वाली मॉनिटरी पॉलिसी में रेपो रेट में बढ़ोत्‍तरी के संकेत दिए थे। अप्रैल की मॉनिटरी पॉलिसी कमिटी (MPC) की मीटिंग के मिनट्स के अनुसार, RBI के डिप्‍टी गवर्नर विरल आचार्य ने 4-6 जून को होने वाली अगली पॉलिसी रिव्‍यू में ब्‍याज दरों में तेजी का दौर लौटने का फेवर किया।