तत्काल टिकट में एक और घोटाला उजागर, आरक्षण केंद्रों पर पकड़े दलाल

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    कोटा।  कोटा रेल मंडल के सांगोद, बारां व अंता आरक्षण केंद्रों पर तत्काल टिकटों में बड़ा खेल सामने आया है। बड़े रेलवे स्टेशनों से यात्रा शुरू करने के टिकट छोटे रेलवे स्टेशनों से बनाए जाने पर ये मामला उजागर हुआ। दलाल मुंबई से यूपी, बिहार, राजस्थान के उन इलाकों के लिए तत्काल टिकट बनवा रहे थे, जहां कोटा होकर कोई ट्रेन निकलती ही नहीं है।

    वाणिज्य विभाग की विशेष टीम ने मई के मध्य में इन तीनों स्थानों से लगभग 11 हजार रुपए मूल्य के तत्काल टिकट बरामद किए। जिनकी यात्रा दूसरे दिन मुंबई से शुरू होनी थी।  रेलवे के वाणिज्य विभाग को पिछले कुछ दिनों से सूचना मिल रही थी कि कोटा मंडल के बारां, अंता व सांगोद के आरक्षण केंद्रों से तत्काल टिकट बनाने में खेल हो रहा है। दलाल सक्रिय हैं।

    वह आरक्षण लिपिकों से मिलीभगत कर मुंबई से पाली, सोजत सिटी, मुंबई से किशनगंज व यूपी व बिहार के कई स्टेशनों के टिकट बनाए जा रहे हैं। कोटा रेल मंडल के सांगोद में आरक्षण केंद्र नॉन रेल हैड में हैं, यानि बजरिया क्षेत्र में हैं। जबकि बारां व अंता में रेलवे स्टेशन पर ही है। इस सूचना पर सीनियर डीसीएम विजय प्रकाश के नेतृत्व में वाणिज्य विभाग की टीम 18, 20 मई को तीनों कंप्यूटरीकृत आरक्षण केन्द्रों पर पहुंची।

    वहां टीम के सदस्यों को मुंबई से अगले दिन चलने वाली उन ट्रेनों के तत्काल टिकट मिले जो ट्रेनें कोटा होकर निकलती तक नहीं हैं। पता लगा है कि सांगोद बारां व अंता आरक्षण केन्द्रों से 11000 रुपए के टिकट मिले। साथ ही आरक्षण के फार्म भी मिले हैं। लेकिन इस मामले में रेलकर्मियों पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई है।

    छोटे रेलवे स्टेशनों के कम्प्यूटर आरक्षण क्षेत्र से मुंबई जैसे बड़े रेलवे स्टेशनों से यात्रा शुरू करने के टिकट बनना दलाल की सक्रियता दिखाने के लिए काफी था। इन आरक्षण केंद्रों पर मुंबई से पाली का टिकट तक बनाया गया। सोजत सिटी का टिकट बना। इन स्थानों के लिए कोटा होकर तो ट्रेन तक नहीं चलती।

    गर्मी के सीजन से पहले ही रेलवे बोर्ड ने दिए थे आदेश
    रेलवे बोर्ड ने गर्मी के सीजन से पहले तत्काल टिकट बनवाने में दलालों की भूमिका पर नजर रखने व उन पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इस मामले में विजिलैंस को भी निगाह रखनी थी। साथ ही यात्रियों से पूछा जाए कि वह दूसरे दिन यात्रा शुरू करने वाले स्टेशन पर कैसे पहुंचेगा। मामला संदिग्ध लगने पर आरपीएफ के हवाले किया जाए। बोर्ड ने इस मामले में विजिलैंस को भी सतर्कता बरतने को कहा था।

    राजधानी से मुंबई भेजते थे टिकट : दलाल बड़े रेलवे स्टेशनों से शुरू की जाने वाली यात्रा के टिकट नई दिल्ली से मुंबई जाने वाली मेन राजधानी व निजामुद्दीन-मुंबई अगस्त क्रांति के कोच अटेंडेंट व अन्य स्टाफ से वहां भेज देते थे।
    रेलवे के वाणिज्य विभाग की टीम को सूचना मिली थी। उसके आधार पर कार्रवाई की गई है। टिकट व फार्म बरामद हुए हैं। जांच की जा रही है। –विजय प्रकाश, सीनियर डीसीएम कोटा