बिजली वितरण में सुधार के लिए स्मार्ट ग्रिड टेक्नोलॉजी अनिवार्य

879

कोटा। बिजली वितरण में सुधार के लिए स्मार्ट ग्रिड टेक्नोलॉजी विषय पर शनिवार को देश भर के इलेक्ट्रिकल इंजीनियर्स की एरोड्राम स्थित इंजीनियर्स भवन में दो दिवसीय सेमिनार आयोजित किया गया। उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियर्स इलेक्ट्रिकल डिविजन के चेयरमैन आरआर तंवर ने कहा कि डिजिटल युग में बिजली का स्मार्ट ग्रिड तकनीक से वितरण आवश्यक है।

इससे बिजली की छीजत भी रुकेगी और लोड फैक्टर की मॉनिटरिंग भी आसानी से होगी। तंवर ने कहा कि विद्युत जेनरेटरोल के लिए भी इस तकनीक का इस्तेमाल से काफी सुधार हुआ है। इस दौरान विशेषज्ञों ने कहा कि बिजली बचानी है तो घरों में पुरानी मोटर और इलेक्ट्रिक आइटम बदलें।

उद्घाटन सत्र की अध्यक्षता करते हुए विद्युत वितरण निगम के पूर्व महाप्रबंधक एसके कल्ला ने कहा कि वैश्वीकरण और बदलते मौसम में विद्युत की मांग और आपूर्ति में काफी परिवर्तन आया है। मौजूदा विद्युत उत्पादन और वितरण पद्धति में क्षमता, कुशलता, स्थिरता से स्मार्ट सिस्टम बनता है। स्मार्ट ग्रिड सिस्टम हमें सक्षम आपूर्ति का सिस्टम प्रदान करता है। ऑप्टीमाइजर वितरण नवाचारों को उर्वरता प्रदान करता है।

कार्यक्रम में कलकत्ता विद्युत आपूर्ति निगम सीईएससी के महाप्रबंधक एस पाॅल मजूमदार ने कहा कि सीईएससी स्मार्ट भविष्य के लिए कोटा में बेहतर सेवा प्रदान कर रही है। स्मार्ट मीटर इसी का एक हिस्सा है। शहर में 54000 स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं, कुल 2 लाख स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे।

जयपुर विद्युत वितरण निगम के पूर्व प्रबंध निर्देशक एके गुप्ता ने बताया कि स्मार्ट इलेक्ट्रिकल ग्रिड सिस्टम उत्पादन का भी स्त्रोत है। गुप्ता ने कहा अभी पूरी देश में बिजली का उपयोग नहीं हो पा रहा है। सर प्लस पावर को खपाने का सिस्टम बनना चाहिए।

मुख्य वक्ता जयपुर एमएनआईटी के प्रोफेसर आरए गुप्ता ने बताया कि स्मार्ट ग्रिड तकनीक में अधिकतम उपयोग और अधिकतम उत्पादन तथा विद्युत चोरी को रोकने का काम आसान हो जाता है। जिससे प्राकृतिक संसाधनों को मजबूती मिलती है।

समझाए फायदे :पावर पाइंट प्रजेंटेशन के जरिए प्रोफेसर आरए ने बताया कि विद्युत वितरण के किस तरीके से नुकसान कम से कम होता है। स्मार्ट सिटी में एडवांस कम्पोनेंट डिजायन हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि स्मार्ट बिल्डिंग और ग्रीन बिल्डिंग पर काम हो रहा है। जिससे बिजली कम से कम खर्च हो। पूर्व में इंस्टीट्यूट के चेयरमैन सीकेएस परमार ने स्वागत भाषण में कहा कि स्मार्ट ग्रिड टेक्नोलॉजी से विद्युत वितरण में व्याप्त भ्रष्टाचार भी खत्म हो सकता है।

आयोजन सचिव सीपी विजयवर्गीय ने बताया कि तकनीकी सत्र में सीईएसी के एचओडी आपरेशन अंजन मित्रा तथा उनकी सहयोगी सुष्मिता सेन ने कोटा में स्मार्ट मीटर के लाभ बताए।  आईके विजय, गोपाल सोमानी ने भी स्मार्ट ग्रिड तकनीक पर व्याख्यान दिए। सचिव जसमत सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया। जसमत सिंह ने बताया सेमिनार में 10 से अधिक शोध पत्र पढ़े गए।