जेईई एडवांस एनालिसिस :आॅनलाइन होने से पेपर का एक्यूरेसी लेवल काफी बढ़ा

1136

कोटा। देश की सबसे प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई एडवांस्ड रविवार को राजस्थान के सात, देश के 155 व छह अन्य देशों में संपन्न हुई।  देश-विदेश में कुल 573 केन्द्रों पर परीक्षा इस बार पूर्णतया आॅनलाइन आयोजित की गई थी। परीक्षा दो चरणों में सुबह 9 से 12 व दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक हुई।

एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक बृजेश माहेश्वरी ने बताया कि विद्यार्थियों से मिले फीडबैक के अनुसार इस बार जेईई एडवांस्ड में ओवरआॅल फिजिक्स का स्तर आसान था, लेकिन पेपर वन की अपेक्षा पेपर टू की फिजिक्स कुछ कठिन थी। इसी प्रकार गणित का पेपर लेंदी था। यहां पेपर टू में गणित का स्तर पेपर वन की अपेक्षा कुछ ठीक था। दोनों पेपर में कैमेस्ट्री का स्तर मध्यम रहा। ऐसे में जिन विद्यार्थियों की मैथ्स अच्छी रही होगी, उनके ज्यादा अंक आने की संभावना बन रही है।

10 हजार 988 सीटों पर प्रवेश मिलेगा
इस परीक्षा से देश के 23 आईआईटी काॅलेजों की 10 हजार 988 सीटों पर प्रवेश मिलेगा। इस बार परीक्षा का आयोजन आईआईटी कानपुर की ओर से कराया गया था। एडवांस्ड परीक्षा में इस बार 1 लाख 64 हजार 882 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था। इस बार आॅनलाइन परीक्षा होने से पेपर का एक्यूरेसी स्तर काफी बढ गया है।

परिणाम आने से पहले ही 2 हजार 405 विद्यार्थी आईआईटी की दौड़ से बाहर
इस वर्ष जेईई एडवांस्ड आॅनलाइन परीक्षा के लिए 1 लाख 64 हजार 822 विद्यार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, लेकिन पेपर वन में 1 लाख 57 हजार 496 विद्यार्थी ही उपस्थित थे। यानी 7 हजार 326 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। जबकि पेपर टू के लिए 1 लाख 55 हजार 91 विद्यार्थी ही उपस्थित हुए।

यानी 9 हजार 731 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। पेपर वन और पेपर टू के मध्य 2 हजार 405 विद्यार्थी पेपर देने ही नहीं आए। ऐसे में ये विद्यार्थी आईआईटी की दौड से पहले ही बाहर हो गए।

सबसे ज्यादा विद्यार्थी आईआईटी मद्रास जोन से
पेपर वन के लिए कुल 1 लाख 57 हजार 496 विद्यार्थियों में से सबसे ज्यादा विद्यार्थी आईआईटी मद्रास जोन से 36 हजार 196 थे। इसी प्रकार आईआईटी मुम्बई जोन से 27 हजार 4, आईआईटी दिल्ली जोन से 31 हजार 66, आईआईटी गुवाहाटी जोन से 11 हजार 372, आईआईटी कानपुर जोन से 19 हजार 745, आईआईटी खड़गपुर जोन से 18 हजार 161 व आईआईटी रुड़की जोन से 13 हजार 979 विद्यार्थी परीक्षा के लिए पंजीकृत थे।

इसके अलावा पेपर टू के लिए 1 लाख 55 हजार 91 विद्यार्थी ही उपस्थित हुए जिसमें सबसे ज्यादा विद्यार्थी मद्रास जोन से 2062 थे। मुम्बई जोन से 1801, दिल्ली जोन से 818, गुवाहाटी जोन से 535, कानपुर जोन से 683, खड़गपुर जोन से 984 व रुड़की जोन से 435 विद्यार्थी शामिल हुए। जेईई एडवांस्ड परीक्षा का इस बार भी कोटा में परीक्षा केन्द्र नहीं आया। हजारों विद्यार्थियों को भीषण गर्मी में हजारों किलोमीटर का सफर तय कर अन्य शहरों में परीक्षा देने जाना पड़ा।

जेईई एडवांस्ड मार्किंग स्कीम एक नजर में
पेपर वन
कुल प्रश्न – 54
पेपर वन के अधिकतम अंक 180
तीन भाग- फिजिक्स, कैमेस्ट्री और मैथ्स
प्रत्येक भाग में कुल 18 प्रश्न है जो तीन खंडों (खंड 1, खंड 2, खंड 3)में विभाजित थे।

खंड 1-
इस खंड में 24 अंकों के कुल छह प्रश्न थे। सभी सही विकल्पों को चुनने पर ़4 अंक मिलेंगे। इसमें आंशिक अंक प्रणाली भी लागू थी। यदि चारों विकल्प सही है लेकिन तीन विकल्पों को चुना गया है तो आंशिक अंक 3 मिलेंगे। यदि तीन या तीन से अधिक विकल्प सही हैं लेकिन दो विकल्पों को चुना गया है और वो दोनों सही हैं तो 2 अंक मिलेंगे।

यदि दो या दो से अधिक विकल्प सही हैं लेकिन सिर्फ एक विकल्प चुना गया है और वो सही विकल्प है तो आंशिक अंक 1 मिलेगा। किसी भी विकल्प को नहीं चुनने पर शून्य व अन्य परिस्थितियों में 2 मिलेगा।

खंड 2
इस खंड में 24 अंकों के आठ प्रश्न पूछे गए थे। प्रत्येक प्रश्न का उत्तर एक संख्यात्मक मान यानी न्यूमेरिक वेल्यू है। यदि सही उत्तर दिया तो ़3 अंक मिलेंगे। जबकि अन्य परिस्थितियों में शून्य अंक मिलेगा।

खंड 3
इस खंड में कुल 2 अनुच्छेद के दो-दो प्रश्न यानी कुल चार प्रश्न 12 अंकों के पूछे गए थे। प्रत्येक प्रश्न के चार विकल्प दिए गए थे। इनमें से एक सही विकल्प चुनना था। यदि विद्यार्थी सही विकल्प चुनता है तो ़3 अंक मिलेंगे। यदि कोई विकल्प नहीं चुनता है तो शून्य जबकि अन्य सभी परिस्थितियों में .1 अंक मिलेगा।

पेपर टू
इसमें मार्किंग स्कीम पेपर वन की तरह समान रही। सिर्फ तीसरे खंड पेपर वन के तीसरे खंड से कुछ अलग रहा। इस खंड में 12 अंकों के चार प्रश्न थे। प्रत्येक प्रश्न में दो मिलान सूचियां दी गई थी। सूची 1 और सूची 2। दोनों सूचियों के तत्वों के मिलान को दशौते हुए चार विकल्प दिए गए थे।

इन चारों विकल्पों में से सिर्फ एक ही सही मिलान को प्रदर्शित करता है। सही विकल्प को चुनने पर 3 अंक मिलेगा। यदि कोई भी विकल्प नहीं चुना तो शून्य अंक जबकि अन्य सभी परिस्थितियों में .1 अंक मिलेगा।

परीक्षा में यह रहा खास
– आॅनलाइन एग्जाम से 20 मिनट पूर्व विद्यार्थियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए, जिससे विद्यार्थियों का परीक्षा के दौरान समय बचा।
– परीक्षा में विद्यार्थियों को ट्रांसपेरेन्ट पेन, पेंसिल, रबर के अलावा पानी की बोतल भी लाने की अनुमति दी गई।
– कुल प्रश्नों की संख्या 54 थी। प्रश्नों की संख्या न तो बढ़ाई गई है, न ही कम की गई है। पिछले वर्ष की तुलना में अंधिकतम अंक 183 की जगह 180 कर दिए गए हैं।
– आॅनलाइन पेपर होने से विद्यार्थियों के पास किसी भी आॅप्शन को चुनने के बाद बदलने की सुविधा थी।
– परीक्षार्थियों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए बाॅयोमेट्रिक उपस्थिति दर्ज करने का प्रावशान था।

.अब आगे क्या
वेबसाइट पर जारी सूचना के अनुसार विद्यार्थियों को उनके प्रश्न पत्र व रिकाॅर्डेड रिपाॅन्स उनके ईमेल पर 22 से 25 मई के मध्य भेज दिए जाएंगे। आईआईटी कानपुर की ओर से आॅफिशियल आंसर की 29 मई को सुबह 10 बजे जारी होगी। जिस पर विद्यार्थी 30 मई को शाम 5 बजे तक अपनी फीडबैक दे सकेंगे। 10 जून को सुबह 10 बजे परीक्षा का परिणाम जारी होगा।