रावतभाटा में बनेगा 500 टन यूरेनियम फ्यूल बंडल

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कोटा। देश का दूसरा यूरेनियम फ्यूल बंडल कॉम्पलेक्स का प्रोजेक्ट 2021-22 तक बनकर तैयार हो जाएगा। 2400 करोड़ के इस प्रोजेक्ट में 2021 के बाद प्रति वर्ष 500 टन यूरेनियम फ्यूल बंडल बनेंगे। जिससे राजस्थान परमाणु बिजलीघर की 7वीं8वीं इकाई, काकरापार गुजरात की 7 वीं 8वीं इकाई, उत्तरी भारत में भविष्य में लगने वाली सभी 700-700 मेगावाट के परमाणु बिजलीघरों को यूरेनियम फ्यूलबंडल की आपूर्ति शहर से 50 किलोमीटर दूर स्थित रावतभाटा से की जाएगी।

शनिवार को परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष डॉ. शेखरबसु को यह जानकारी एनएफसी प्रोजेक्ट के दौरे के दौरान न्यूक्लियर फ्यूल कॉम्पलेक्स के जी कल्याणकृष्णन ने दी। परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष डॉ. शेखरबसु, एनपीसीआईएल के सीएमडी एसके शर्मा, भारी पानी बोर्ड के चेयरमैन एवं सीईओ एएन वर्मा, परमाणु बिजलीघर के स्थल निदेशक टीजे कोटेश्वरन, नवनियुक्त स्थल निदेशक विजयकुमार जैन सहित अधिकारियों ने एनएफसी प्रोजेक्ट का निरीक्षण किया।

इस दौरान परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष ने प्रशासनिक भवन का लोकार्पण किया। एनएफसी के विस्तार और भविष्य में न्यूक्लियर फ्यूलबंडल के निर्माण की जानकारी विस्तार से दी गई। डॉ.शेखरबसु ने इस मौके पर देश में परमाणु बिजलीघरों को यूरेनियम फ्यूल आपूर्ति की जानकारी भी ली। इस दौरान एनपीसीआईएल के अधिशासी निदेशक बीसी पाठक, लोकेशकुमार, बालाकृष्णन, परियोजना निदेशक विवेक जैन, केंद्र निदेशक एके राजपूत, एम श्रीनिवास, आरके गुप्ता, एनके पुष्पकार मौजूद थे।