टूरिज्म एजुकेशन शहर के रूप में मिलेगी अब कोटा को नई पहचान

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कोटा। एजुकेशन सिटी कोटा को अब उसके उच्च एजुकेशनल इंस्टीट्यूट के कारण क्वालिटी टूरिज्म एजुकेशन शहर के रूप में पहचान देने की पहली कोशिश सफल हुई है। कोटा यूनिवर्सिटी के कॉमर्स एंड मैनेजमेंट डिपार्टमेंट की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. अनुकृति शर्मा की ओर से क्वालिटी एजुकेशन टूरिज्म के बारे में लिखे गए चैप्टर को अमेरिका के अच्छे पब्लिकेशन आईजीआई ग्लोबल में जगह मिली है।

क्वालिटी टूरिज्म एजुकेशन डवलप करने के संबंध में लिखे गए इस चैप्टर को अब कई देशों में पढ़ा जाएगा। डॉ. अनुकृति ने इस स्टडी का आधार आईएएस और आरएएस सहित अन्य कॉम्पीटिटिव एग्जाम की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स पर किए गए सर्वे की फाइंडिंग और फीडबैक को लेकर बनाया है।

कोटा में ही चार गवर्नमेंट यूनिवर्सिटी होने के कारण इसका स्कोप बढ़ जाता है। डाॅ. अनुकृति ने बताया कि टूरिज्म इंडस्ट्री में तेजी से बदलाव आ रहे हैं। इस कारण जरूरी है कि कॅरिकुलम तय करने में इंडस्ट्री के एक्सपर्ट को भी शामिल किया जाना चाहिए। हाड़ौती में क्वालिटी टूरिज्म एजुकेशन शुरू होने से यहां के स्टूडेंट्स को कोटा में रहकर बेहतर रोजगार मिल पाएगा। डाॅ. अनुकृति के अन्य सुझाव को भी सरहाते हुए पब्लिकेशन अपनी किताब में प्रकाशित किया है।

यह मुख्य फाइंडिंग आई है सामने
सैंपल सर्वे के तहत 220 स्टूडेंट्स से पूछे गए सवालों का उत्तर देते हुए 80 प्रतिशत स्टूडेंट्स ने माना टूरिज्म से जुड़े गुणवत्ता कोर्सेज चलाकर हाड़ौती में रोजगार की संभावनाओं में बढ़ोतरी होगी। मात्र एक प्रतिशत से कम स्टूडेंट्स ने इस फैक्ट को नकारा है।

41 प्रतिशत स्टूडेंट्स ने माना कि इस कोर्स से बिजनेस और कम्यूनिकेशन स्किल्स भी विकसित होगी। मात्र पांच प्रतिशत स्टूडेंट्स ने इसे महत्वपूर्ण नहीं बताया है। 48 प्रतिशत स्टूडेंट्स ने माना कि इस कोर्स से रोजगार के साथ साथ क्वालिटी ऑफ लाइफ भी उनको मिल पाएगी।