नई दिल्ली। भारती एयरटेल ने इंडस टावर और भारती इंफ्राटेल के मर्जर की मंजूरी दे दी है। कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस मर्जर से बनी नई कंपनी भारत के 22 सर्किल्स में 1.63 लाख टावर के साथ चीन के बाहर दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल टावर कंपनी बन जाएगी।
मर्जर के बाद बनने वाली कंपनी के पास इंडस टावर्स की 100 फीसदी हिस्सेदारी होगी। इंडस टावर्स में इस वक्त भारती इंफ्राटेल (42 फीसदी), वोडाफोन (42 फीसदी), आइडिया ग्रुप (11.15 फीसदी) और प्रोविडेंट (4.85 फीसदी) की ज्वाइंट ओनरशिप है।
बदल जाएगा नाम
भारती इंफ्राटेल और इंडस टावर्स के कारोबार का पूरा स्वामित्व नई कंपनी के पास होगा और इसका नाम बदलकर इंडस टावर्स लिमिटेड हो जाएगा। साथ ही, यह इंडियन स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेड भी रहेगी।
देश में 1.63 लाख टावर बनाएगी नई कंपनी
-बयान में कहा गया कि भारती इंफ्राटेल और इंडस टावर के मर्जर से नई टावर कंपनी सामने आएगी। कंपनी सभी 22 टेलिकॉम सर्किल में ऑपरेट करेेेेगी और वह देश भर में 1.63 लाख टावर बनाएगी। नई कंपनी चीन के बाद दुनिया में सबसे बड़ी टावर कंपनी होगी।
-भारती इंफ्रोटेल और इंडस टावर्स के संबंधित कारोबार का पूरा स्वामित्व नई कंपनी के पास होगा और इसका नाम बदलकर इंडस टावर्स लिमिटेड हो जाएगा।
71500 करोड़ रु होगी कंपनी की एंटरप्राइजेज वैल्यू
-नई कंपनी 4G/4G+/5G टेक्नोलॉजीज के इस्तेमाल के साथ वायरलेस ब्रॉडबैंड सर्विसेज का विस्तार करेगी, ताकि भारतीय कंज्यूमर्स और कारोबारियों को फायदा मिले।
-मर्जर रेश्यो (इंडस टावर्स के 1 शेयर के लिए भारती इंफ्राटेल के 1,565 शेयर मिलेंगे) स्वतंत्र मूल्यांकन द्वारा सुझाए गए दायरे के भीतर है। इस ट्रांजैक्शन के आधार पर इंडस टावर्स की एंटरप्राइजेज वैल्यू 71,500 करोड़ रुपए होगी।