मार्च तिमाही में बैंकों के एनपीए में होगी 8 हजार करोड़ से अधिक की वृद्धि

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नई दिल्ली। बैंकिंग क्षेत्र की गैर-निष्पादित परिसंपत्तियों (एनपीए) में घोटाला प्रभावित कंपनी गीतांजलि जेम्स के कारण 31 मार्च को समाप्त तिमाही में कम से कम 8 हजार करोड़ रुपये का इजाफा होने वाला है। सूत्रों ने कहा कि बैंकों को पिछले वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही के लिए सिर्फ गीतांजलि जेम्स को लेकर 8 हजार करोड़ रुपये के प्रावधान करने होंगे।

पिछले वित्त वर्ष की चौथी तिमाही के दौरान एनपीए बनने वाले बड़े ऋण खातों में गीतांजलि भी शामिल है। दिसंबर तिमाही तक बैंकों का समग्र एनपीए 8,40,958 करोड़ रुपये था। इसमें सर्वाधिक हिस्सेदारी औद्योगिक ऋण की थी।

अरबपति जूलर मेहुल चौकसी भांजे नीरव मोदी के साथ देश के सबसे बड़े बैंकिंग घोटाले के आरोपी हैं। पंजाब नैशनल बैंक में 13 हजार करोड़ रुपये की धोखाधड़ी को अंजाम देने के बाद दोनों देश छोड़कर भाग चुके हैं।