कोटा से दिल्ली की विमान सेवा बंद, क्लियरेंस नहीं होने पर आपत्ति

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    कोटा। दिल्ली की उड़ान शुरू होने के 2 दिन बाद ही कोटा से विमान सेवा बंद कर दी गई है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एएआई) की आपत्तियों के बाद सुप्रीम एयरलाइंस ने फिलहाल कोटा से ऑपरेशन रोक दिया है। दोपहर में जैसे ही एएआई ने कंपनी को पत्र थमाया तो शाम को दिल्ली से कोटा आने वाली फ्लाइट भी रद्द करनी पड़ गई।

    इस फ्लाइट में कोटा आने के लिए 8 यात्री बैठे हुए थे, जिन्हें कंपनी को पैसा रिफंड करना पड़ा और स्थिति से अवगत कराते हुए सभी पैसेंजर को दिल्ली एयरपोर्ट से वापस भेजना पड़ा। इससे पहले सुबह दिल्ली की फ्लाइट फुल गई।
    पूरे मामले में कंपनी और एयरपोर्ट प्रबंधन एक-दूसरे पर इसका ठीकरा फोड़ रहे हैं।

    एयरपोर्ट प्रबंधन का कहना है कि कंपनी के पास डीजीसीए और बीसीएस समेत अन्य जरूरी िक्लयरेंस नहीं है। इसे एएआई मुख्यालय ने गंभीरता से लेते हुए ऑपरेशन बंद किया है। वहीं, कंपनी का कहना है कि एयरपोर्ट प्रबंधन बेवजह अड़ंगा लगा रहा है। जयपुर की फ्लाइट भी कोटा से नहीं उड़ पाएगी।

    सुप्रीम एयरलाइंस के जीएम भगवत प्रसाद ने कहा कि पिछले साल अगस्त से कोटा-जयपुर की फ्लाइट संचालित है। एयरपोर्ट प्रबंधन को अब क्लीयरेंस की याद आई है। यदि ऐसा ही था तो पहले हमें कोटा में लैंड क्यों करने दिया? अब बेवजह ऑपरेशन को प्रभावित किया जा रहा है।

    प्रबंधन का कहना है कि शुक्रवार को दिल्ली की फ्लाइट में यात्री बैठ चुके थे, तब हमें कहा गया कि आप कोटा में लैंड नहीं कर पाएंगे, क्योंकि आपके पास क्लीयरेंस नहीं है। हमें पैसेंजर को पैसा लौटाकर भेजना पड़ा। अब क्लीयरेंस मिलेगी, तभी सेवा शुरू कर पाएंगे। 

    हम आपको बता दें कि तीन दशक बाद 11 अप्रैल से दिल्ली के लिए भी फ्लाइट शुरू की गई थी। जयपुर व दिल्ली से एयर कनेक्ट होने के बाद कोटावासी दूसरे बड़े शहरों से एयर कनेक्ट होने की उम्मीद लगाए बैठे थे, लेकिन इससे पहले ही सारी उम्मीदों पर पानी फिर गया।

    सुरक्षा से समझौता नहीं कर सकते : निर्वाण
    एयरपोर्ट प्रभारी लोकेश निर्वाण ने बताया कि यह सारा मामला एएआई मुख्यालय के स्तर का है। पहले इन्हें यहां से उड़ान की अनुमति भी मुख्यालय के आदेश से थी, अब रोका भी वहीं के आदेश से है। हमारे पास मुख्यालय से मेल आया कि इनके पास जरूरी क्लीयरेंस नहीं है, इसलिए इस तरह के ऑपरेशन को अनुमति नहीं दी जा सकती।

    मैं कंपनी के प्रतिनिधियों से रोजाना रिक्वेस्ट करता रहा कि आप जरूरी क्लीयरेंस दीजिए। कोटा एयरपोर्ट उस स्तर का नहीं है, जैसा जयपुर या अन्य जगह का है। पैसेंजर्स की सेफ्टी से हम लोग समझौता नहीं कर सकते।