CBSE पेपर लीक: दिल्ली के कोचिंग सेंटरों पर छापे, छात्रों ने किया प्रदर्शन

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नई दिल्ली। सीबीएसई के 10वीं के गणित और 12वीं के अर्थशास्त्र का पेपर लीक होने और फिर से परीक्षा कराए जाने को लेकर स्टूडेंट्स और पैरंट्स में आक्रोश है। दिल्ली में गुरुवार को वे जंतर-मंतर पर जुटे और सीबीएसई के फैसले के खिलाफ प्रदर्शन किया। वहीं पुलिस ने दोषियों पर कार्रवाई शुरू कर दी है।

पुलिस को शक है कि पेपर लीक के पीछे दिल्ली के कोचिंग सेंटरों का हाथ हो सकता है। गुरुवार दोपहर द्वारका, रोहिणी, राजेंद्र नगर में कोचिंग सेटरों पर छापे भी मारे गए। इस मामले के मास्टरमाइंड बताए जा रहे विद्या कोचिंग सेंटर के मालिक विक्की को हिरासत में लिया गया है। क्राइम ब्रांच ने सीबीएसई से जानकारी भी मांगी है।

उधर, सरकार भी इस मामले पर सफाई देने के लिए सामने आई है। केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि पेपर लीक की घटना दुखद है। वह छात्रों और उनके परिजनों की परेशानी को समझते हैं। उन्होंने कहा कि वह खुद भी एक पैरंट हैं। इस घटना से वह भी सो नहीं पाए हैं। पेपर लीक की घटना में शामिल किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस जल्द ही उन्हें गिरफ्तार करेगी।

बता दें कि बुधवार को पेपर लीक की खबरों के बाद सीबीएसई ने फिर से परीक्षा कराने की घोषणा की थी। पेपर लीक केस में सीबीएसई अधिकारियों से भी पूछताछ की जा सकती है। प्रदर्शन कर रहे छात्रों और पैरंट्स का कहना है कि या तो सभी विषयों की परीक्षा फिर से होनी चाहिए या फिर किसी भी विषय की नहीं।

पैरंट्स का कहना है कि परीक्षा के लिए बच्चों के ऊपर मनोवैज्ञानिक दबाव होता है। जिन बच्चों ने पूरी मेहनत और ईमानदारी से अपनी परीक्षा दी उन्हें भी फिर से परीक्षा के तनाव से गुजरना होगा।

 दोषियों को सजा देने का भरोसा
सीबीएसई की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा और जल्द ही इन लोगों को पकड़ लिया जाएगा। दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी कहा है कि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो इसके लिए लीक प्रूफ प्रणाली विकसित की जाएगी।

बता दें कि पेपर लीक और फिर से परीक्षा कराने को लेकर सीबीएसई की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि पीएम मोदी ने भी पेपर लीक को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है और फोन पर मानव संसाधन मंत्री प्रकाश जवाड़ेकर से बात की।

बता दें कि इस पूरे मामले में सबसे हैरान करने वाली बात यह रही कि पेपर लीक करने वालों ने सोमवार शाम को 12वीं अर्थशास्त्र की हाथ से लिखी हुई आंसर शीट सीबीएसई ऐकडमिक यूनिट को ही भिजवा दिया। आपको बता दें कि 12वीं अर्थशास्त्र की परीक्षा मंगलवार को थी। ऐसे में सवाल यह खड़ा हो रहा है कि जब एक दिन पहले ही सीबीएसई दफ्तर को लीक पेपर मिला तो परीक्षा होने से पहले ही क्यों नहीं कैंसल कर दी गई।