कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए नौ मीटर लंबे बैनर पर लिखे स्लोगन

2345

कोटा। बेटियां परिवार के साथ के साथ शहर और समाज के लिए कितनी जरूरी हैं इस बात का संदेश देते हुए वेलेंटाइन डे पर किशोर सागर तालाब की पाल पर 500 वर्ग फीट की रंगोली बनाई गई। इसके साथ ही 9 मीटर लंबे बैनर पर लोगों ने कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए स्लोगन भी लिखे।

सोसाइटी हैज ईव इंटरनेशनल चैरिटेबल ट्रस्ट एवं वीमेन वेलफेयर ऑर्गेनाइजेशन ऑफ वर्ल्ड द्वारा लव गर्ल फीट्स थीम के साथ रंगोली बनाई गई। शहरवासियों ने इस थीम की जमकर सराहना की। ट्रस्टी निधि प्रजापति ने बताया की वेलेंटाइन डे की पूर्व संध्या पर रंगोली से बालिका भ्रूण को बचाने का संदेश देने के लिए यह आयोजन किया गया।

9 महीने के समान 9 मीटर
वहीं दूसरी ओर 9 महीने के समान 9 मीटर बैनर पर हस्ताक्षर अभियान की अध्यक्ष नीतू भटनागर ने कहा कि हस्ताक्षर अभियान का मकसद बालिका भ्रूण को 9 माह तक प्रेम और रक्षा का वचन देना है। क्योंकि, जब 9 माह तक कोई किसी अदृश्य आकार से प्रेम करता है तो वह उसे कभी बोझ, कष्ट और दुख नहीं समझेगा।

 शहरवासियों ने सहभागिता निभाई:  जिला अध्यक्ष सुमन महेश्वरी, सोसाइटी हैज ईव की जिला समन्वयक प्रियंका प्रजापति, रीना खंडेलवाल, सांची भटनागर, दीपिका मारोठिया, हनी सक्सेना, गौरव भटनागर, चंदन देतवाल, दिलावर खान, श्रुति अग्रवाल, नितेश पारीक, सुरेंद्र सुमन सहित अन्य सदस्य मौजूद रहे।

लिंगानुपात में कमी चिंता का कारण : सोसायटी की निधि प्रजापति ने बताया कि दहेज की कुरीति, बालिका भ्रूण हत्या मामले नहीं थम रहे हैं। देश में 1000 पुरुषों पर 918 महिलाएं हैं। लिंगानुपात की दृष्टि से राजस्थान देश में 21वें स्थान पर है। यहां प्रति हजार पुरुषों पर केवल 928 महिलाएं हैं।

प्रतिदिन 2 हजार बालिकाओं के भ्रूण हत्या
पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर, दमन एंड दीव, अंडमान- निकोबार में लिंगानुपात और भी कम है। यहां तक की कोटा जो साक्षरता की दृष्टि से प्रदेश के 33 जिलों में से पहले नंबर पर आता है, लेकिन, लिंगानुपात के आधार पर 22 वें नंबर  है। महिला एवं बाल कल्याण विभाग के अनुसार देश में प्रतिदिन 2 हजार बालिकाओं के भ्रूण की हत्या होती है।