बस थोड़ी देर में सीएम वसुंधरा राजे पेश करेंगी बजट

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जयपुर। राज्य विधानसभा में विधायकों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे थोड़ी ही देर में वित्त वर्ष 2018-19 के लिए अपनी सरकार का पांचवां बजट पेश करेंगी।

इसी साल राज्य में विधानसभा चुनाव होने हैं इसलिए माना जा रहा है कि यह बजट लोकलुभावन हो सकता है। यह भी माना जा रहा है कि इस बजट का फोकस गुड गवर्नेंस पर रहेगा साथ ही यह किसानों के लिए भी कई सौगातें लेकर आएगा। मुख्यमंत्री सुबह 11 बजे बजट पेश करेंगी। जानिए और इस बारे में …

बजट से पहले यह बोले राजेंद्र राठौड़
– संसदीय कार्यमंत्री राजेंद्र राठौड़ ने कहा, यह हमारा अंतिम बजट नहीं है। अगला बजट भी हम ही रखेंगे आौर सीएम राजे के नेतृत्व में ही रखेंगे। उनसे पूछा गया था कि यह सरकार का अंतिम बजट है इसलिसए लोकलुभावन हो सकता है।

– जीएसटी लागू होने के बाद राज्य सरकार का यह पहला बजट होगा। जीएसटी का असर बजट पर भी रहेगा। टैक्स बढ़ाने या घटाने का अधिकार अब राज्य सरकार के बजाय जीएसटी काउंसिल के पास है। इसलिए यह हिस्सा इस बार बजट में शामिल नहीं होगा।

चार साल में 39% बढ़ा आकार, खर्च हर बार अनुमान से कम
मौजूदा कार्यकाल में राजे ने पहला बजट एक लाख 31 हजार करोड़ रुपए का पेश किया था। दूसरा बजट एक लाख 37 हजार करोड़, तीसरा एक लाख 71 हजार करोड़ और चौथा एक लाख 81 हजार करोड़ रुपए का पेश किया। तीसरे और चौथे बजट के आकार में उछाल उदय योजना के लिए लिए गए 64 हजार करोड़ रुपए के कर्ज की वजह से था।

हालांकि हर बार वास्तविक खर्च बजट अनुमानों से कम रहे। आने वाले वित्त वर्ष के लिए अब तक छत्तीसगढ़, केरल, पश्चिम बंगाल तथा जम्मू-कश्मीर अपना बजट पेश कर चुके हैं। राजस्थान पांचवां राज्य है जो अगले वित्त वर्ष के लिए अपना बजट पेश करेगा।

कमाई का 19% कर्ज और ब्याज में गया
– साल 2013 से 2017 तक राज्य सरकार के स्वयं द्वारा अर्जित राजस्व का 19 प्रतिशत पैसा प्रदेश के कर्ज और उसके ब्याज को चुकाने में खर्च करना पड़ा। इसकी सबसे बड़ी वजह उदय योजना रही। राजस्थान ने अपनी जीडीपी का 8.8 प्रतिशत कर्ज उदय के लिए लिया जो इस योजना में शामिल 19 राज्यों में सबसे ज्यादा था।