नीट-यूजी प्रवेश परीक्षा 6 मई को, कोटा में रहेगा परीक्षा केंद्र

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कोटा। सीबीएसई द्वारा मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी,2018 आगामी 6 मई (रविवार) को आयोजित की जाएगी। सीबीएसई के संयुक्त सचिव एवं नीट के ओएसडी डॉ.सन्मय भारद्धाज के अनुसार, नेशनल एलीबिलिटी कम एंट्रेस टेस्ट (नीट-यूजी) की अधिसूचना एवं आवेदन फॉर्म जनवरी के अंतिम सप्ताह में जारी कर दिए जाएंगे। गत वर्ष देश के 103 शहरों में 1976 सेंटर्स पर 11.38 लाख परीक्षार्थियों ने नीट-यूजी का पेपर दिया था।

एम्स तथा जिपमेर, पांडिचेरी को छोड़कर देश के अन्य सभी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस तथा बीडीएस की सीटों पर एडमिशन नीट की मेरिट सूची के आधार पर दिए जाएंगे। एम्स की प्रवेश परीक्षा 27 मई तथा जिपमेर की प्रवेश परीक्षा 3 जून को होगी। 

सीबीएसई ने स्पष्ट किया कि इस वर्ष नीट के सिलेबस में कोई बदलाव नहीं किया गया है। गत वर्ष के सिलेबस के अनुसार ही प्रश्नपत्र दिया जाएगा। सूत्रों के अनुसार, इस वर्ष जीएसटी के कारण परीक्षा आवेदन शुल्क में मामूली वृद्धि हो सकती है। गत वर्ष सामान्य एवं ओबीसी वर्ग के लिए आवेदन फीस 1400 रूपए तथा एससी, एसटी एवं दिव्यांग वर्ग के लिए 750 रूपए थी।

11 भाषाओं में होगा पेपर, इस वर्ष उर्दू को जोड़ा
नीट-यूजी की परीक्षा सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक ऑफलाइन मोड में होगी, जिसमें 720 अंकों के तीन घंटे के पेपर में फिजिक्स, केमिस्ट्री, जूलॉजी व बॉटनी के कुल 180 प्रश्न पूछे जाएंगे। पेपर विभिन्न राज्यों में 11 भाषाओं हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती, उर्दू, मराठी, उड़िया, बंगाली, असमी, तेलुगु, तमिल, कन्नड़ भाषा में होगा।

हिंदी व इंग्लिश के पेपर देश के सभी परीक्षा केंद्रों पर उपलब्ध होंगे। जबकि अन्य भाषाओं के पेपर संबंधित राज्यों में दिए जाएंगे। नीट-यूजी का रिजल्ट 1 जून,2018 को घोषित होगा।

राज्य के 5 शहरों में होंगे परीक्षा केंद्र
राज्य के 5 शहरों कोटा, जयपुर, उदयपुर, अजमेर व जोधपुर में नीट-यूजी के परीक्षा केंद्र बनाए जाएंगे। गत वर्ष इन पांच शहरों के 57 परीक्षा केंद्रों पर 88,000 परीक्षार्थियों ने पेपर दिया था। कोटा में नीट का परीक्षा केंद्र होने से 10 हजार से अधिक कोचिंग विद्यार्थियों को राहत मिलेगी।

वहीं जेईई-एडवांस्ड का ऑनलाइन परीक्षा केंद्र कोटा में घोषित नहीं होने से कोंचंग विद्यार्थियों को भीषण गर्मी में बाहरी केंद्रों पर जाना पडे़गा। अभिभावकों ने मांग की कि छात्र हित में सभी प्रमुख प्रवेश परीक्षाओं के सेंटर्स शिक्षा नगरी में खोले जाने चाहिए।