दावोस। देश की टॉप बैंकर चंदा कोचर ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था के सभी सेक्टर में बड़े बदलाव दिखाई दे रहे हैं। चालू वित्त वर्ष की दूसरी छमाही में देश की जीडीपी ग्रोथ रेट 7 फीसदी होनी चाहिए।
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) की सालाना मीटिंग में शामिल होने आईं आईसीआईसीआई बैंक की प्रमुख चंदा कोचर ने कहा कि 2017-18 के पूरे वित्त वर्ष में भारतीय अर्थव्यवस्था की ग्रोथ रेट 6.5 फीसदी से अधिक रहेगी। इस मीटिंग को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत दुनिया के कई टॉप लीडर संबोधित करेंगे।
कई सेक्टर में हो रहा है सुधार
दावोस में वह दुनिया को क्या संदेश देना चाहेंगी, इस सवाल के जवाब में कोचर ने कहा कि स्पष्ट तौर पर चीजों में सुधार हो रहा है और कई सेक्टर में बड़े पैमाने पर सुधार देखा जा रहा है। कोचर ने अर्थव्यवस्था की धीमी रफ्तार की चिंता को खारिज करते हुए कहा कि सीएसओ का अनुमान है कि भारत की जीडीपी ग्रोथ रेट 6.5 फीसदी और ग्रास वैल्यू एडेड ग्रोथ 6.1 फीसदी रहेगी।
कंजम्प्शन सेक्टर में अच्छी ग्रोथ
कोचर ने कहा कि चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में वृद्धि दर 6 फीसदी रही। दूसरी छमाही में यह 7 फीसदी की ग्रोथ हासिल कर लेगी, ऐसे पॉजिटिव संकेत हैं। कंज्यूमर नॉन ड्यूरेबल, पर्सनल लोन ग्रोथ, पैसेंजर ट्रैफिक, टू-व्हीलर और ऑटोमोबाइल सेल्स इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन के पॉजिटिव संकेत दिखा रहे हैं। कोचर ने कहा कि इंडस्ट्रियल प्रोडक्शन के मोर्चे पर मैन्युफैक्चरिंग पीएमआई में हाल के महीनों में अच्छा-खास सुधार आया है।