दलाल स्ट्रीट की कंपनियों के तिमाही परिणामों पर नजर

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नई दिल्ली। दलाल स्ट्रीट की चाल पर कुछ बड़ी कंपनियों के तिमाही नतीजों और थोक महंगाई के आंकड़ों का असर पड़ सकता है। इस हफ्ते एचडीएफसी बैंक, आइटीसी और विप्रो जैसी ब्लूचिप कंपनियों के नतीजे आने हैं। इनके अतिरिक्त निवेशक थोक महंगाई और बजट पूर्व संकेतों पर भी नजर रखेंगे।

18 जनवरी को जीएसटी काउंसिल की बैठक में होने वाले फैसले भी बाजार धारणा को प्रभावित कर सकते हैं। प्रमुख शेयर बाजार साप्ताहिक आधार पर पिछले छह हफ्ते से बढ़त में चल रहे हैं। बंबई शेयर बाजार (बीएसई) का सेंसेक्स बीते सप्ताह 438.54 अंक के उछाल के साथ अब तक के सर्वोच्च स्तर 34592.39 पर बंद हुआ।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी हफ्तेभर में 122.40 अंक की तेजी के साथ 10681.25 के रिकॉर्ड स्तर पर रहा। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा, ‘लिक्विडिटी की बेहतर स्थिति और ग्लोबल मार्केट से सकारात्मक संकेतों के दम पर इस हफ्ते भी बाजार में तेजी की उम्मीद है।

हालांकि तिमाही नतीजे और बजट से पहले के संकेत धारणा पर असर डालेंगे।’ शुक्रवार को बाजार बंद होने के बाद आए औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आइआइपी) और खुदरा महंगाई के आंकड़ों पर भी बाजार की प्रतिक्रिया देखने को मिल सकती है। नवंबर में आइआइपी की वृद्धि दर 17 महीने के उच्च स्तर 8.4 फीसद पर रही।

यह तेजी मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर में रौनक लौटने का स्पष्ट संकेत हैं। हालांकि, दिसंबर में खुदरा महंगाई भी 17 महीने के ऊंचे स्तर 5.2 फीसद पर पहुंचने से धारणा पर असर पड़ सकता है। इस बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफपीआइ) में उत्साह बना हुआ है।

सकारात्मक संकेतों को देखते हुए 12 जनवरी तक एफपीआइ ने 5,252 करोड़ रुपये का निवेश किया है। इनमें से 2,172 करोड़ रुपये इक्विटी में और 3,080 करोड़ रुपये डेट मार्केट में डाले गए।

शीर्ष 10 में से नौ कंपनियों का एम-कैप बढ़ा
देश की 10 सबसे बड़ी कंपनियों में से नौ के बाजार पूंजीकरण (मार्केट कैप) में बीते हफ्ते 66,619.4 करोड़ रुपये की बढ़ोतरी हुई। सबसे ज्यादा फायदे में टीसीएस रही। कंपनी का एम-कैप 16,931.88 करोड़ रुपये बढ़कर 5,30,812.81 करोड़ रुपये रहा।

रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार मूल्यांकन भी 15,042.08 करोड़ रुपये बढ़कर 5,99,624.45 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इन्फोसिस, एचडीएफसी, आइटीसी, हिंदूस्तान यूनिलीवर, एचडीएफसी बैंक, मारुति सुजुकी और ओएनजीसी के बाजार पूंजीकरण में भी उछाल आया। बीते हफ्ते केवल एसबीआइ के बाजार मूल्यांकन में गिरावट आई।

म्यूचुअल फंडों में एसआइपी के रास्ते आए 6,200 करोड़
खुदरा निवेशकों के बीच सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआइपी) को लेकर रुझान बढ़ रहा है। दिसंबर में इस रास्ते से म्यूचुअल फंडों में 6,200 करोड़ रुपये आए। एक साल पहले की तुलना में इसमें 56 फीसद का उछाल आया है। 2017 में एसआइपी के रास्ते म्यूचुअल फंडों में कुल 59,000 करोड़ रुपये और 2016 में 40,000 करोड़ रुपये आए थे।