कोटा विवि : बीएससी में मात्र 3 स्टूडेंट ही पास

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कोटा।  क्वालिटी एजुकेशन का दावा करने वाले कोटा यूनिवर्सिटी के दो डिपार्टमेंट के परिणामों ने केमेस्ट्री और फिजिक्स के स्टूडेंट्स का साल खराब कर दिया है। अधिकांश स्टूडेंट्स के बैक आने व फेल होने के कारण कॉपियों के असेसमेंट पर सवाल उठ गए हैं। यूनिवर्सिटी के दोनों ही डिपार्टमेंट रेगुलर क्लासेज और बेहतर एजुकेशन देने का दावा करते हैं।

वहीं, यूनिवर्सिटी कैंपस में चलने वाले कोर्सेज में यह पहली बार ही हुआ है कि दो विभागों के परिणाम से इतने सारे स्टूडेंट्स असंतुष्ट हैं।  यूनिवर्सिटी ने हाल ही में पहले व तीसरे सेमेस्टर का रिजल्ट घोषित किया है। इसमें बीएससी ऑनर्स के साथ-साथ एमएससी के फिजिकल केमेस्ट्री, प्योर केमेस्ट्री और इंटीग्रेटेड केमेस्ट्री से अधिकांश स्टूडेंट्स जुड़े हुए हैं। के

मेस्ट्री में सिलेबस से बाहर आने वाले 27 नंबर के प्रश्नों की शिकायत स्टूडेंट्स ने यूनिवर्सिटी प्रशासन से की थी। समाधान करने की जगह यूनिवर्सिटी ने सीधे ही परिणाम जारी कर दिया।

गैरहाजिर स्टूडेंट का रिजल्ट भी जारी कर दिया
बीएससी थर्ड सेमेस्टर में 34 से मात्र 3 स्टूडेंट ही सभी पेपर क्लियर कर पाए। अन्य स्टूडेंट्स की बैक आई है। केमेस्ट्री में 45 में से 5 स्टूडेंट्स ही पास हो पाए हैं। प्योर और इंडस्ट्रियल केमेस्ट्री मेंे मैथ्स का ड्यू पेपर देने वाले स्टूडेंट्स में एक भी पास नहीं हुआ। फिजिकल केमेस्ट्री में भी स्टूडेंट्स का रिजल्ट काफी बिगड़ा है। एबसेंट रहने के बावजूद 1 स्टूडेंट का रिजल्ट जारी हो गया।

एमएड के रिजल्ट से भी स्टूडेंट्स असंतुष्ट
एमएड फर्स्ट ईयर के पेपर लर्निंग एंड डवलपमेंट के रिजल्ट से स्टूडेंट्स असंतुष्ट हैं। कुछ कॉलेज के स्टूडेंट्स ने इस विषय में 5 से 7 अंक तक ही स्कोर किए हैं।

परिणाम सही
केमेस्ट्री के स्टूडेंट्स को मैथ्स में दिक्कत आती है। शिकायत मिली थी, उसको एग्जामिन करवा दिया है। परिणाम सही निकाला गया है।
-प्रवीण भार्गव, परीक्षा नियंत्रक, कोटा विवि