सफाई कर कोटा की जनता ने बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, देखिए वीडियो

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कोटा। डॉक्टर और इंजीनियर तैयार करने वाले शहर कोटा ने शुक्रवार को देश को एक सीख दी। यहां एक साथ सफाई करने का विश्व रिकॉर्ड बना। इस रिकॉर्ड में कोटा व्यापार महासंघ समेत पूरे देश के युवा शामिल हुए। कश्मीर से कन्याकुमारी तथा पश्चिम से पूर्वोत्तर तक से कोटा आकर कोचिंग कर रहे विद्यार्थियों ने आमजन के साथ मिलकर इस अभियान को सफल बनाया।

यहां 50 हजार से अधिक लोगों ने सड़कों पर आकर सफाई की, इसमें एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के 35 हजार से अधिक कोचिंग विद्यार्थी एवं 15 हजार से अधिक आमजन तथा विभिन्न सामाजिक, व्यावसायिक, धार्मिक, प्रशासनिक, शैक्षणिक संस्थाओं के सदस्य शामिल थे। अभियान के तहत कोटा नगर निगम के सभी 65 वार्डों के साथ-साथ शहर के 100 से अधिक स्थानों पर सफाई की गई।

इनमें खेल मैदान, अस्पताल, सरकारी कार्यालय, पुलिस थाने, राष्ट्रीय राजमार्ग, प्रमुख चौराहे, शिक्षण संस्थान, बाग-बगीचे शामिल थे।गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड के नेशनल हेड इण्डिया आलोक कुमार ने इसे विश्व रिकॉर्ड मानते हुए मौके पर ही प्रोविजनल सर्टिफिकेट जारी किया।

वहीँ स्वच्छता महाअभियान के तहत कोटा व्यापार महासंघ ने नगर निगम का साथ मिलकर छावनी इलाके में स्वच्छता का अभियान चलाया। इस मौके पर महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने व्यापारियों को स्वच्छता का सन्देश देते हुए व्यापारियों के साथ सफाई की। बाद में उन्होंने व्यापारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई।

माहेश्वरी ने अपने संदेश में कहा कि स्वच्छता के लिए हर व्यापारी को अपनी जिम्मेदारी निभानी है। यह सिर्फ एक दिन के लिए नहीं, बल्कि हमेशा के लिए अपने संस्थानों के आसपास कचरा एकत्रित न होने दें। प्रतिष्ठानों पर डस्टबिन का उपयोग करें। अभियान में महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं पदाधिकारी मौजूद थे। 

मुख्य कार्यक्रम झालावाड़ रोड स्थित एलन साकार कैम्पस के सामने मैदान में हुआ। यहां 8 हजार विद्यार्थी और आमजन एकत्रित हुए। कार्यक्रम में शहर के महापौर महेश विजय, उपमहापौर सुनीता व्यास, विधायक संदीप शर्मा, जिला कलक्टर रोहित गुप्ता, शहर पुलिस अधीक्षक अंशुमन भौमिया, एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट के निदेशक राजेश माहेश्वरी, नवीन माहेश्वरी, नगर निगम के वार्ड पार्षद एवं गणमान्य लोग मौजूद रहे।

ऐसा कहीं नहीं देखा
हम देश-विदेश में जाते हैं और आयोजनों को देखते हैं लेकिन ऐसा कहीं नहीं देखा। कोटा में पहली बार इतनी बड़ी संख्या में पूरे देश से आए स्टूडेंट्स को इस अभियान में शामिल होते देखकर बहुत अच्छा लगा। यहां मिनी इंडिया का रूप दिखा। उम्मीद है इस अभियान के बाद कोटा बदला हुआ नजर आएगा। – आलोक कुमार, नेशनल हेड (इंडिया), गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड