सामान्य मॉनसून से जबरदस्त पैदावार का लक्ष्य

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नई दिल्ली।  सरकार ने इस साल मॉनसून से औसत बारिश होने के पूर्वानुमान पर फसल वर्ष 2017-18 के लिए रिकॉर्ड 27.3 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन का लक्ष्य रखा है। सरकार ने इसके साथ ही कृषि क्षेत्र के लिए 4 प्रतिशत वृद्धि दर हासिल करने का अनुमान जताया है। सरकार ने मौजूदा फसल वर्ष (जुलाई-जून) में रेकॉर्ड 27.198 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन होने का लक्ष्य तय किया है।

कृषि मंत्रालय के दूसरे अनुमान के मुताबिक, दो साल के सूखे के बाद इस साल अच्छी बारिश होने का अनुमान है। केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह ने आगामी खरीफ सीजन के लिए बुआई की रणनीति पर चर्चा के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया। इस सम्मेलन में सिंह ने, ‘अगले साल के लिए 27.3 करोड़ टन खाद्यान्न उत्पादन होने का लक्ष्य रखा गया है।’

उन्होंने कहा कि इस साल औसत बारिश होने का अनुमान जताया जा रहा है। इससे सरकार को तय लक्ष्य हासिल करने में मदद मिलेगी। खरीफ और रबी सीजन में लगभग आधे खाद्यान्न का उत्पादन होता है। देश में लगभग 7.2 लाख हेक्टेयर में खरीफ की फसल बोई जाती है। इस सीजन में सबसे ज्यादा उपज चावल, दाल, तिलहन, कपास और गन्ने की होती है।

कृषि सचिव शोभना पटनायक ने लक्ष्य हासिल होने पर भरोसा जताते हुए कहा, ‘इस साल भी अच्छा मॉनसून रहने की संभावना है। हमें 2017-18 में 4 प्रतिशत कृषि वृद्धि हासिल होने की उम्मीद है।’ उन्होंने कहा कि खरीफ सीजन की फसलों का उत्पादन बहुत हद तक मॉनसून पर निर्भर करता है, इसलिए राज्य सरकारों को बारिश शुरू होने में देरी, सूखे का दौर लंबा चलने और कम या ज्यादा बारिश होने जैसे हर हालात से निपटने की तैयार कर लेनी चाहिए।