एक बार फिर गुजरात के मुख्यमंत्री बनेंगे विजय रुपाणी, नितिन उपमुख्यमंत्री

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अहमदाबाद। गुजरात के अगले मुख्यमंत्री के नाम पर बना सस्पेंस खत्म हो गया है। भारतीय जनता पार्टी की विधायक दल की बैठक के बाद विजय रुपाणी के नाम पर मुख्यमंत्री पद के लिए मुहर लग गई है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने उनके नाम की घोषणा की। उनके साथ ही नितिन पटेल उपमुख्यमंत्री बने रहेंगे।

इस बारे में पत्रकारों से बात करते हुए जेटली ने बताया कि सर्वसम्मति से दोनों नामों पर फैसला हुआ है। साथ ही उन्होंने कहा कि दोनों के नामों पर कोई संशय नहीं था।

उन्होंने कहा कि यह मात्र एक औपचारिकता थी, इसीलिए घोषणा करने के लिए इंतजार किया गया। उन्होंने कहा कि बाकी सरकार के गठन की प्रक्रिया रुपाणी पूरी करेंगे। उन्होंने शपथग्रहण समारोह के बारे में जानकारी बाद में देने की बात कही।

एक बार फिर मुख्यमंत्री चुने गए विजय रुपाणी ने कहा कि जनता उन्हें 27 साल तक बहुमत में लाई है। उन्होंने लोगों के इतने साल तक रखे गए इस विश्वास को एक बड़ी जीत बताया।

वहीं, उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने गुजरात की जनता भरोसा दिलाया कि वह और सीएम रुपाणी पार्टी के सदस्यों की मदद से पिछली सरकार की तरह लोगों के लिए काम करना जारी रखेंगे।

माना जा रहा है कि रुपाणी को सीएम बनाने का फैसला करके पार्टी यह संदेश देना चाहती है कि राज्य में सरकार ने अच्छा काम किया है।

पार्टी लोगों तक यह बात पहुंचाना चाहती है कि रुपाणी और पटेल के नेतृत्व में सरकार ने राज्य का विकास किया है और पीएम नरेंद्र मोदी के सीएम पद छोड़ने के बाद राज्य को आगे लेकर गए हैं।

ऐसे चुने गए विधायक दल के नेता
विधायक दल के नेता के चुनाव की प्रक्रिया की जानकारी देते हुए जेटली ने बताया कि सेंट्रल ऑब्जर्वर होने के नाते उन्होंने चुने गए विधायकों से नाम प्रस्तावित करने के लिए कहा। उन्होंने बताया कि भूपेंद्र यादव ने रुपाणी और पटेल का नाम आगे किया, जिसका समर्थन 5 अन्य विधायकों ने किया।

इन नामों को सबके सामने रखा गया। सभी ने सर्वसम्मति से उनके नाम पर हामी भर दी। जेटली ने बताया कि सदस्यों से यह भी पूछा गया कि क्या किसी को कोई और नाम प्रस्तावित करना है। कोई आगे नहीं आया तो रुपाणी और पटेल के नामों पर मुहर लग गई।

पहले सामने थे और भी नाम
इससे पहले गुजरात के सीएम के लिए कई नाम सामने आ रहे थे जिसमें केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी का नाम भी शामिल था। दरअसल, पहले यह तय माना जा रहा था कि रुपाणी को राज्य की कमान सौंपे जाने को लेकर कोई संशय नहीं है लेकिन चुनाव से ठीक पहले उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने एक बयान देकर सबको हैरान कर दिया था।

पटेल ने कहा था कि मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला विधायक दल की बैठक के बाद होगा। रुपाणी और पटेल ने गुरुवार को ही राज्यपाल ओ पी कोहली को अपना इस्तीफा सौंपा था और अगला सीएम निर्धारित न होने तक उन्हें अंतरिम सीएम बनाया गया था।