सरकार के दम पर नहीं, अपने दम पर खड़ा है कोटा : राजावत

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कोटा। विधायक भवानी सिंह राजावत ने कहा कि कोटा दो लाख बच्चों को सीने से लगाकर अपने बलबूते पर पैरों पर खड़ा हुआ है, किसी सरकार के बलबूते पर नहीं। कोटा उडऩा चाहता है, लेकिन छोटे से उडऩ खटोले से नहीं, यहां नया एयरपोर्ट चाहिए।

उन्होंने यह बात राज्य सरकार के 4 साल पूरे होने पर शनिवार को महाराव उम्मेद सिंह स्टेडियम में आयोजित जिला स्तरीय समारोह में जिला प्रभारी मंत्री की मौजूदगी में कही।

उन्होंने कहा कि बेशक सरकार के 4 साल बेमिसाल हैं, लेकिन मलाल यह कि यहां बैठे किसी जनप्रतिनिधि के मन में कोटा में एयरपोर्ट का क्यों नहीं आया ख्याल।

उन्होंने सांसद ओम बिरला की तरफ इशारा करते हुए कहा कि कोटा में हवाई जहाज लाने वाले बिरला की दिल्ली तक पहुंच है। कोटा उडऩा चाहता है, इसके लिए छोटे से उडऩ खटोले की नहीं, बड़े जहाज और नए हवाई अड्डे की जरूरत है। नए हवाई अड्डे के लिए कोटा में चम्बल किनारे दस हजार बीघा जमीन है।

अच्छा तो यही होता कि 4 साल के जश्न के कार्यक्रम में नए हवाई अड्डे का शिलान्यास किया जाता। केन्द्रीय मंत्री नितिन गडग़री के बयान पर चुटकी लेते हुए राजावत ने कहा कि वे कोटा में सी प्लेन उड़ाना चाहते हैं लेकिन कोटा को ऐसे सी प्लेन की नहीं, नए हवाई अड्डे की जरूरत है।

प्रभारी मंत्री सुपर हीरो, हम जीरो
राजावत ने अपने भाषण के दौरान ही कृषि व जिले के प्रभारी मंत्री प्रभूलाल सैनी पर भी व्यंग्य कसते हुए कहा कि वे प्रभारी ही नहीं भारी भी हैं। साथ ही राज्य सरकार में सुपर होरो हैं।

जबकि उन्होंने स्वयं और कोटा जिले के अन्य विधायकों के लिए कहा कि वे राज्य सरकार में जीरो हैं। जनता में जरूर हीरो हो सकते हैं लेकिन राज्य सरकार में तो वे जीरो हैं जीरो। राजावत के इस बयान पर मंचासीन सभी जनप्रतिनिधि व कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने जमकर ठहाके लगाए।

अगले साल कोटा से सी प्लेन भी उड़ेगा
राजावत के बयान पर जवाब देते हुए सांसद ओम बिरला ने अपने भाषण में कहा कि नेताजी हर बात को मजाक में लेते हैं। केन्द्रीय मंत्री नितिन गडग़री तो कोटा में सी प्लेन शुरु करने की घोषणा करने वाले थे लेकिन उन्होंने ही अभी उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। उन्होंने कहा कि इसके लिए पहले पूरी तैयारी कर ली जाए।

क्योंकि चम्बल का कुछ हिस्सा अभ्यारण्य क्षेत्र मेंआता है। बिरला ने राजावत से कहा कि उन्हें तो फिर भी तैरना आता है लेकिन यदि कोई तकनीकी अड़चन नहीं आई तो अगले साल 2018 में कोटा में सी प्लेन भी उड़ेगा। इसके लिए पानी में पुलिया भी बनाई जाएगी।