गुजरात में बीजेपी जीती तो 10500 क्रॉस कर जाएगा निफ्टी

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नई दिल्ली। गुरूवार को मार्केट बंद होने के बाद गुजरात और हिमाचल चुनाव पर एग्जिट पोल बीजेपी के पक्ष में आया है। अब मार्केट की निगाहें 18 दिसंबर को आने वाले रिजल्ट पर टिकी हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि मार्केट को गुजरात में बीजेपी के जीतने की उम्मीद है, जिससे स्टेबिलिटी का सेंटीमेंट बनेगा।

गुजरात में बीजेपी के जीतने पर निफ्टी 10500 का लेवल क्रॉस कर सकता है। अगर हार हुई तो इसमें 1 से 1.5 फीसदी गिरावट संभव है। वहीं, कुछ एक्सपर्ट्स कह रहे हैं कि गुजरात चुनाव से मार्केट पर ज्यादा असर नहीं होगा। मंगलवार से मार्केट नए संकेतों से चलेगा। 

ऊपर से 10400 का मजबूत रजिस्टेंस 
ट्रेड स्विफ्ट के रिसर्च हेड संदीप जैन का कहना है कि मार्केट में मजबूती बनी हुई है। लिक्विडिटी की दिक्कत नहीं है। ऐसे में ऊपर की ओर से 10400 के लेवल पर निफ्टी को मजबूत रजिस्टेंट मिल रहा है। बीजेपी की जीत से यह लेवल टूट सकता है और निफ्टी 10500 के लेवल पर पहुंच सकता है जो ऑल टाइम हाई होगा। 
 
मार्केट में ज्यादा हलचल की उम्मीद कम 
स्टैलियन एसेट्स डॉट कॉम के सीआईओ अमीत जेसवानी का कहना है कि मार्केट बीजेपी की जीत की उम्मीद में है। शुरूआती सर्वे भी इसी की ओर इशारा कर रहे थे। ऐसे में नॉर्मल जीत की बात मार्केट डिस्काउंट कर चल रहा है।

नॉर्मल जीत होती है तो मार्केट में बहुत ज्यादा हलचल नहीं होगी। अगर बीजेपी हार जाती है तो मार्केट मौजूदा लेवल से 1 से 1.5 फीसदी नीचे आ सकता है। हालांकि, अगर कोई सरप्राइज हो मसलन बीजेपी 150 से ज्यादा सीटें जीते या बहुत ज्यादा लूज कर जाए तो बड़ी हलचल आ सकती है।  
 
सोमवार के बाद नए संकेतों से चलेगा मार्केट 
कॉरपोरेट स्कैन डॉट कॉम के सीईओ विवेक मित्तल का कहना है कि मार्केट फेयर वैल्यू पर है। गुजरात इलेक्शन में बीजेपी की जीत की बात को मार्केट डिस्काउंट कर चुका है। ऐसे में जीत से निफ्टी में 200 अंकों से ज्यादा बढ़त की उम्मीद नहीं है।

हालांकि हार बार मार्केट तेज रिएक्ट कर सकता है। फिलहाल नतीजे मार्केट की उम्मीद के हिसाब से रहे तो मंगलवार से मार्केट ग्लोबल संकेतों पर चलेगा। वहीं, आगे तीसरी और चौथी तिमाही के नतीजों पर मार्केट की नजर होगी। 
 
पॉलिसी पर होगा असर 
एक्सपर्ट्स का मानना है कि गुजरात और हिमाचल दोनों जगह अगर सीटें गेन होती हैं तो सदन के अपर हाउस में भी सत्ताधारी पार्टी का प्रतिनिधित्व बढ़ेगा। जिससे स्टेट लेवल पर भी रिफॉर्म आसान होगा।

इससे मार्केट को फायदा होगा। फॉर्च्युन फिस्कल के डायरेक्टर जगदीश ठक्कर का कहना है कि गुजरात के नतीजे केंद्र सरकार की पॉलिसी को लेकर भी अहम हैं। सरकार ने जो रिफॉर्म किए हैं, उनके सही दिशा में आगे बढ़ने का संकेत मिलेगा। 
 
लौट सकते हें विदेशी निवेशक 
जियोजीत फाइनेंस सर्विस के चीफ मार्केट स्ट्रैटेजिस्ट आनंद जेम्स के अनुसार निवेशकों खासतौर से एफआईआई की नजर भी गुजरात चुनाव के नतीजों पर है।

क्लेरिटी आने के बाद ही वे मार्केट के लिए स्ट्रैटेजी बनाएंगे। बता दें किे दिसंबर के 9 कारोबरी दिनों में विदेशी निवेशकों ने 4000 करोड़ रुपए की बिकवाली की है। हालांकि, घरेलू निवेशकों की ओर से लिक्विडिटी आ रही है।