कोचिंग संचालकों ने पढ़ाई की जगह छात्रों को थमा दी झाड़ू

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कोटा। देश भर में कोचिंग सिटी के नाम से पहचाने जाने वाले कोटा शहर में छात्र – छात्राओं को किताबों की जगह अब झाड़ू थमा दी है। बच्चों से झाड़ू लगवाने पर उनके अभिभावकों ने नाराजगी जताते हुए कहा है कि बच्चों को पढ़ने के लिए कोटा भेजा था, न कि झाड़ू लगाने। उन्होने कोचिंग संचालकों के प्रति नाराजगी जताई है।

उन्होंने कहा कि जो काम नगर निगम के सफाई कर्मियों का है, उनसे तो निगम प्रशासन करा नहीं पा रहा है। कोचिंग संचालक खुद अपने छात्रों से यह काम करा रहे हैं। देश में स्वच्छता में कोटा को नंबर वन लाने की होड़ में अब कोचिंग के बच्चों का सहारा लिया जा रहा है।

एक नामी कोचिंग इंस्टीट्यूट ने स्वच्छता अभियान में पहल की है और संस्थान के 90 हजार विद्यार्थियों ने क्लीन सिटी बनाने में अपनी भागीदारी निभाने का संकल्प लिया है। कोचिंग छात्र-छात्राओं ने स्वच्छता का संदेश देने के लिए झाडू उठाया है।

पिछले दिनों लैण्डमार्क सिटी में आयोजित कार्यक्रम में एक नामी कोचिंग इंस्टिट्यूट के निदेशक ने मुहिम में भागीदार बनाने की बात कही थी। शहर को स्वच्छ बनाने के लिए संस्थान के 90 हजार विद्यार्थी सड़कों पर उतरेंगे। 

इसके लिए नए कोटा व पुराने कोटा में 15-15 व्यक्तियों की टीमें बनाई गई हैं, जो पूरे समय सफाई का कार्य करेंगी। श्रमदान करने वाले विद्यार्थियों का सहयोग करेंगी।  शुरुआत में लैण्डमार्क सिटी में गुरुवार को सैकड़ों छात्राएं सड़कों पर उतरी। हाथों में झाडू लिए छात्राएं यहां सफाई करती नजर आई।