फिल्मी गीतों पर नचाती है प्रधानाध्यापिका , हॉस्टल में कैदियों सा सलूक

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बारां।  कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय स्कूल बामनहेड़ा में प्रधानाध्यापिका  बालिकाओं को देर रात तक फिल्मी गीतों पर नचाती है, इतना ही नहीं वह उनसे हॉस्टल में कैदियों सा सलूक करती है। यह आरोप है वहां रहने वाली बालिकाओं का।

वहां बालिकाएं बिस्तर से लेकर खाने के लिए तरस रही हैं। बुधवार को अधिकारी जांच के लिए पहुंचे तो तमाम परेशानियों से जूझ रही बेटियां अफसरों को देखकर फफक पड़ीं। छात्राओं ने प्रधानाचार्य पर मनमानी करने का आरोप लगाया है।

कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय स्कूल बामनहेड़ा में 67 छात्राओं का नामांकन है। बालिकाओं को स्कूल में भोजन, बिस्तर नहीं देने सहित अन्य शिकायतें सरपंच ने कलेक्टर डाॅ. एसपी सिंह से की थी। इस पर कलेक्टर ने डीईओ प्रारंभिक की अध्यक्षता में कमेटी गठित कर जांच के निर्देश दिए थे।

प्रधानाध्यापिका को एपीओ कर दिया
जांच कर बयान लिए गए हैं। रिपोर्ट कलेक्टर को दी है। कलेक्टर के निर्देश पर प्रधानाध्यापिका हेमलता सोनी को एपीओ कर दिया है।
राधेश्यामजाट, डीईओ (प्रारंभिक) 

 डीईओ प्रारंभिक राधेश्याम जाट, कोटा रोड उच्च माध्यमिक स्कूल की प्रधानाचार्य मैना जैन, सर्वशिक्षा अभियान के निरंजन शर्मा जांच करने के लिए पहुंचे। अधिकारियों ने शिक्षिकाओं और बालिकाओं के बयान दर्ज किए।

 डीईओ प्रारंभिक ने जांच रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपी है। कलेक्टर ने मामले में दोषी प्रधानाध्यापिका को एपीओ करने के निर्देश दिए।

फिल्मी गानों पर डांस नहीं
 छात्राओं का इलाज भी करवाते हैं। किसी को फिल्मी गानों पर डांस नहीं कराती। राजस्थानी भजनों पर विशेष सत्र में नृत्य करवाते हैं। 
हेमलता सोनी, प्रधानाध्यापिका

बीमार होने पर इलाज नहीं
छात्रा मधु ने बताया कि रात 12 बजे तक प्रधानाध्यापिका फिल्मी गानों पर नचाती है। छात्रा नेहा ने बताया कि अचार मांगनेे पर मारपीट की गई।

करिश्मा ने बताया कि छात्रावास में नहाने के लिए ट्यूबवैल नहीं चलाई जाती है, कहने पर अभद्रता की जाती है। सावित्री ऐरवाल ने बताया कि रात से बुखार रहा है, शिक्षिका को बताया तो बोली नाटक कर रही है।

छात्रा मंतोष, वंदना, सीमा, पूजा, सुनीता, रीना, रेखा, पूजा, विशाखा, सावित्री, निशा, करिश्मा, उषा, मधु, नेहा आदि ने बताया कि खाना अच्छा नहीं बनता है, दाल में सिर्फ पानी रहता है। ज्यादातर समय सिर्फ दाल बनाई जाती है। हरी सब्जी नहीं बनाई जाती है।

प्रधानाध्यापिका को एपीओ करने के निर्देश
डीईओ (प्रारंभिक) को जांच के निर्देश दिए हैं। डीईओ  को प्रधानाध्यापिका को एपीओ करने के निर्देश दिए हैं।
डॉ.एसपी सिंह, कलेक्टर, बारां

सब्जी कम पड़ने पर उसमें गर्म पानी डाल दिया जाता है। खाते समय एक-एक रोटी के लिए लंबा इंतजार करना पड़ता है।

ओढ़ने को रजाई तक नहीं मिल रही है। हॉस्टल में जेल जैसी स्थिति है। परेशानी बताते-बताते छात्राएं रोने लगीं।