आरटीआई के लिए मांगे 60 हजार रुपए, आवेदक ने कहा-बैंक से लोन दिलाओ

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कोटा। एकआरटीआई आवेदन ने इन दिनों जेकेलोन अस्पताल प्रशासन को हिला रखा है। असल में सुभाष नगर निवासी जगदीश प्रसाद नायक ने इसी साल अप्रैल में एक आरटीआई के तहत अस्पताल भामाशाह योजना के तहत किए गए इलाज मरीजों की जांच का पूरा रिकॉर्ड मांगा था।

अस्पताल प्रशासन ने कई माह की मेहनत के बाद स्पष्ट किया कि इस रिकॉर्ड की 25 से 30 हजार प्रतियां हैं।
जगदीश बीपीएल श्रेणी से हैं, उन्होंने अपने आवेदन के साथ बीपीएल कार्ड भी लगा रखा था। आरटीआई एक्ट के तहत बीपीएल कार्ड धारक को कोई भी सूचना निशुल्क देने का प्रावधान है।

हमारे पास इतनी स्टेशनरी ही नहीं 
हमारे पास इतनी स्टेशनरी ही नहीं है कि सूचना फ्री उपलब्ध करा दें। अस्पताल की सभी जेरोक्स मशीनें पूरे समय इसी काम में लगा दें तो भी फोटोकॉपी होने में कई माह लग जाएंगे। मुझे नहीं पता कि हमारे यहां से आवेदक को क्या लेटर दिया गया है, क्योंकि मैं कुछ दिन से बाहर था। एक बार मैं पता करूंगा, फिर कुछ बता पाऊंगा।
-डॉ. आरके गुलाटी, अधीक्षक, जेकेलोन अस्पताल

लेकिन, इसके उलट अस्पताल प्रशासन ने जगदीश को हाल ही में एक पत्र भेज दिया और कहा कि उक्त प्रतियों के 2 रुपए प्रति कॉपी के हिसाब से 60 हजार रुपए जमा कराकर सूचना प्राप्त कर लें।

अब इस लेटर के साथ जगदीश ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया है और अनुरोध किया है कि उसे किसी भी सरकारी बैंक से लोन दिलाया जाए, ताकि वह यह सूचना प्राप्त कर सकें। साथ ही यह भी कहा है कि बीपीएल कार्ड धारक होने के बावजूद उससे वांछित सूचना के लिए पैसा मांगा जा रहा है, जो कानून का खुला उल्लंघन है।