बिटकॉइन को मान्यता देने से वित्त मंत्री का इनकार

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नई दिल्ली। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को एक बार फिर वर्चुअल करंसी बिटकॉइन को मान्यता देने से इनकार किया। जेटली का कहना है कि फिलहाल बिटकॉइन को मान्यता देने का सरकार का इरादा नहीं है। इस पर बनाई गई कमिटी की रिपोर्ट की समीक्षा की जा रही है जिसके बाद जल्द फैसला लिया जाएगा।

गौरतलब है कि बिटकॉइन पर बनाई गई वित्त मंत्रालय के तत्कालीन अतिरिक्त सचिव दिनेश शर्मा कमिटी ने रिपोर्ट सौंप दी है। रिपोर्ट पर अंतिम फैसला लेने के लिए वित्त मंत्री की अगुआई में मंत्रियों का एक समूह बनाया गया था और इस मामले में गृह सचिव और नीति आयोग के उपाध्यक्ष की बैठक हुई है।

इस पर बिटकॉइन जैसी वर्चुअल करंसी पर पाबंदी लगाने पर समिति में सहमति नहीं बनी थी। ऐसा मानना है कि अचानक पाबंदी लगाने से बड़े नुकसान की आशंका है। मान्यता नहीं मिलने के बावजूद दिल्ली में इसका कारोबार तेजी से बढ़ रहा है। राजधानी में बिटकॉइन में ट्रेडिंग का प्लैटफॉर्म उपलब्ध कराने के लिए तमाम दुकानें खुल गई हैं।

दिल्ली में बिटकॉइन से कितना कारोबार हो रहा है, इसका सटीक अंदाजा तो मुश्किल है लेकिन अब यह लाखों के बजाय करोड़ों तक पहुंच गया है। डिजिटल करंसी बिटकॉइन ने इन दिनों में दुनिया में धमाल मचा रखा है। गुरुवार को ही एक बिटकॉइन की वैल्यू 11,395 डॉलर यानी करीब 7 लाख 35 हजार रुपये तक पहुंच गई।

हालांकि इसके बाद इसमें गिरावट आई है। पिछले एक साल में इसमें करीब 900 फीसदी का उछाल आया है। करंसी मार्केट के एक्सपर्ट संतोष के. मल्होत्रा का कहना है कि बिटकॉइन से बिना अपनी पहचान बताए लेनदेन किया जा सकता है। इसीलिए ये कुछ लोगों को पसंद आ रहा है लेकिन ये काफी रिस्की है।

मार्केट एक्सपर्ट सुशील अग्रवाल के मुताबिक, बिटकॉइन से सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि यह अनरेग्युलेटेड करंसी है। इसमें अकाउंट हैक होने का खतरा भी रहता है। यूजर अपना पासवर्ड भूल जाए तो उसे दोबारा नहीं मिलता। बिटकॉइन की कीमत में भारी उतार-चढ़ाव होते हैं, इसलिए इसके इस्तेमाल में समझदारी बरतनी चाहिए।