जीएसटी में कटौती का फायदा ग्राहकों तक नहीं पहुंचाने पर कार्रवाई

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नई दिल्ली। 200 से अधिक वस्तुओं पर जीएसटी में कटौती के बाद सरकार ने कंपनियों से ग्राहकों को फायदा पहुंचाने को कहा है। कुछ कंपनियों ने दामों में कटौती की घोषणा भी कर दी है। इस बीच वित्त सचिव हसमुख अधिया ने बड़ी कंपनियों को कार्रवाई की चेतावनी दी।

उन्होंने कहा कि बड़ी कंपनियों के लिए यह अनिवार्य है कि टैक्स में कमी से हुए फायदे को वे ग्राहकों तक पहुंचाएं। अधिया ने कहा, हमने बड़े सामानों पर अब टैक्स कम कर दिया है। अगर हमें कोई विसंगति दिखाई देती है तो हम छोटे खुदरा विक्रेताओं को नहीं पकड़ेंगे, बल्कि हम बड़ी कंपनियों को पकड़ेंगे।

उन्होंने यहां शनिवार को नोटबंदी को लेकर डीडी न्यूज से कहा कि सरकार ने प्रणाली को शुद्ध करने और काले धन पर काबू पाने के लिए नोटबंदी लागू की थी। उन्होंने कहा कि लोगों ने घरों में बहुत सारी नकदी छुपा रखी थी, नोटबंदी छुपी हुई नकदी को मुख्य बैंकिंग प्रणाली में लेकर गई।

वित्त सचिव ने कहा, लोगों ने बहुत सारी नकदी अपने घरों में छिपाई हुई थी, जिससे वे केवल लक्जरी वस्तुएं ही खरीदते थे। नोटबंदी ने उन नकदी को बैंकिंग प्रणाली में ला दिया और अब इसका इस्तेमाल लोगों को कर्ज देने में किया जाएगा। भारत सरकार ने साल 2016 में 8 नवंबर को नोटबंदी लागू की थी और 500 रुपए और 1000 रुपये के नोट को प्रचलन से बाहर कर दिया था।

रेस्टोरेंट चेन कंपनियों को चेतावनी
जीएसटी दरों में कमी का फायदा ग्राहकों को नहीं देने वाली रेस्टोरेंट चेन कंपनियों को सरकार ने चेतावनी दी है। वित्त सचिव अढिया ने कहा कि ग्राहकों को जीएसटी घटने का फायदा मिलना चाहिए और अगर इनपुट टैक्स क्रेडिट मिसमैच हुआ तो सख्त कार्रवाई होगी।

उन्होंने यह भी कहा कि नेशनल एंटी प्रॉफिटरिंग अथॉरिटी की एक हफ्ते में घोषणा कर दी जाएगी। जीएसटी घटने के बाद इनपुट टैक्स क्रेडिट खत्म होने पर कई रेस्टोरेंट मालिकों ने कीमतें बढ़ाने की बात की थी। और कुछ ग्राहक इस तरह की शिकायतें भी कर रहे हैं। लिहाजा अब सरकार ने सख्त कार्रवाई की बात कही है।