इनकम टैक्स की रेड, कोटा स्टोन माइंस से जुड़ी फर्मो पर दबिश

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तीन बड़ी कोटा स्टोन माइंस से जुड़ी फर्मो पर दबिश देकर दर्जन भर ठिकानों पर जांच कर रहे अफसर

कोटा| आयकर विभाग उदयपुर की इन्वेस्टिगेशन विंग ने बुधवार को गोल्डन स्टोन एंड माइंस ग्रुप, गुडविल स्टोन एंड माइन्स ग्रुप और बनास कोटा स्टोन एंड माइन्स ग्रुप के 27 ठिकानों पर रेड की कार्रवाई शुरू की, जो देर रात तक जारी रही।

सुबह से कोटा और झालावाड़ जिले की तीन बड़ी कोटा स्टोन माइंस से जुड़ी फर्मो पर दबिश देकर दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। कंपनियों के स्टोन और माइंस कार्यालयों, गोदामों और कंपनी के मालिकों के घर पर तलाशी ली जा रही है.कार्रवाई में बड़ी काली कमाई उजागर होने की सम्भावना बताई जा रही है।

आयकर इन्वेस्टिगेशन विंग के सवा तीन सौ से ज्यादा अधिकारी-कर्मचारियों के साथ-साथ सुरक्षाकर्मी भी इस कार्रवाई में शामिल हैं। जिन्होंने कोटा स्टोन माइनिंग के तीनों कारोबारी समूहों के 27 ठिकानों पर एक साथ छापे मारे हैं । इसके साथ ही सीएडी चौराहे पर कपनी के ऑफिस में भी टीम के सदस्य पड़ताल कर रहे है|

इसके अलावा रामंगजमण्डी, चेचट, सुकेत और झालावाड़ में गोल्डन और बनास फर्म के कार्यालय और मालिको के निवासो पर टीम कार्रवाई कर रही है। अभी तक सभी कारोाबरियों के एक दर्जन से अधिक प्रतिष्ठानों पर सर्वे की कार्रवाई जारी है।

झालावाड़ में भी खान होने के दस्तावेज
कोटा स्टोन माइनिंग से जुड़े एक कारोबारी समूह के घर पर हुई आयकर सर्वे की कार्रवाई में खुलासा हुआ कि उनकी एक खदान झालावाड़ जिले में भी है। जिसके दस्तावेज मिलने के बाद आयकर विभाग की एक टीम झालावाड़ जिले में भी उक्त खदान की आय-व्यय के रिकॉर्ड की जांच कर करने पहुंच गई।

खान मालिकों के कोटा में महावीर, इन्द्रविहार, इन्द्रप्रस्थ औद्योगिक क्षेत्र स्थित फैक्ट्रियों, कार्यालयों व दफ्तरों में आयकर की कार्रवाई चल रही है। विभागीय सूत्रों का मानना है कि कोटा के खान व्यवसायी के यहां पर आय छिपाने के कई दस्तावेज भी मिले हैं। जिन्हें जब्त कर जांच की जा रही है।

आयकर अधिकारियों से अभद्रता, बुलानी पड़ी पुलिस
सुबह 5 बजे जब सुकेत स्थित कोटा स्टोन व्यवसायी के ठिकाने पर आयकर सर्वे की कार्रवाई शुरू हुई तो व्यवसायी के परिजनों व अन्य लोगों ने आयकर अधिकारियों के साथ अभद्रता कर डाली। उन्हें घर में घुसने तक से रोकने की कोशिश की गई।

जिसके बाद आयकर विभाग की टीम को अतरिक्त पुलिस सुरक्षा मांगनी पड़ी। सूचना मिलते ही रामगंजमंडी थाने से सीआई मनोज सिखरवार पुलिस जाप्ता लेकर मौके पर पहुंचे तब जाकर सर्वे की कार्रवाई शुरू हो सकी।