मौसमी बीमारियों से हुई मौतों की जांच होगी

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अब एंटी लार्वा छिड़काव के लिए घर-घर देंगे दस्तक, अस्पतालों में आयुष डॉक्टर देंगे सेवाएं

कोटा। हाड़ौती में डेंगू, स्वाइन फ्लू, मलेरिया व स्क्रब टाइफस से हुई मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा। इधर, जिला कलक्टर ने कोटा जिले में मौसमी बीमारियों से हुई मौतों की जांच करने के लिए रविवार को एक समिति गठित कर दी।

नगर निगम के आयुक्त डॉ.विक्रम जिंदल की अध्यक्षता में गठित समिति में सीएमएचओ, मेडिकल कॉलेज के डॉ.मनोज सलूजा, प्राइवेट हॉस्पिटल से डॉ.एसके गोयल सदस्य बनाए गए।

कमेटी मौसमी बीमारियों से हुई मौतों के कारणों की जांच कर स्थानीय विधायक को फीडबैक देगी। समिति की रिपोर्ट सरकार को भी भेजी जाएगी। वायरस की जांच के लिए 150 रोगियों के सैम्पल पुणे की लैबोरेट्री में भिजवाये जा रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि राज्य के चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री कालीचरण सर्राफ की कोटा यात्रा में हुई समीक्षा बैठक में भाजपा विधायक भवानीसिंह राजावत ने डेंगू से हुई मौतों के आंकड़ां को झूठा बताते हुए कहा था कि अफसर मंत्री को गलत जानकारी देकर भ्रमित कर रहे हैं।

वे यह कहकर बैठक से चले गए थे कि डेंगू से मौतें जनप्रतिनधियों के माथे पर कलंक है। विधानसभा में जो आंकडे़ रखे गए उनकी जांच होनी चाहिए। भाजपा विधायक प्रहलाद गुंजल ने भी मौतों के आंकडों पर सवाल उठाया था। इसके बाद मंत्री ने इसकी जांच करवाने का भरोसा दिया था।

फोगिंग व एंटी लार्वा के लिए 1800 प्रेरक
जिला कलक्टर रोहित गुप्ता ने मौसमी बीमारियां रोकने के लिए सघन अभियान चलाने के निर्देष दिए। नगर निगम उपायुक्त श्वेता फगेडिया नोडल अधिकारी के साथ फोगिंग एवं एन्टी लार्वा के लिए 1800 प्रेरकों की टीम बनाकर उन्हें घर-घर दस्तक देकर सघन अभियान चलाने के निर्देश दिये।

उन्होंने कहा कि आशा, एएनएम, एनसीसी, स्काडट, नर्सिंग कॉलेज विद्यार्थी समूचे शहर को 12 भागों में बांटकर घर-घर जाएंगे तथा एन्टीलार्वा अभियान को पूरा करेंगे। वार्डवार फोगिंग कार्यक्रम जनप्रतिनिधियों व एनजीओ के सहयोग से जारी रहेगा।

मंगलवार से अभियान शहर में एकसाथ चलाया जाएगा। प्रेरकों को 6 नवम्बर तक प्रशिक्षण देंगे। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे एन्टी लार्वा के लिए पानी भराव वाले स्थलों को खाली कराने में मदद करेंं।

हडताल के दौरान आयुष डॉक्टर लगाए
डॉक्टर्स की प्रस्तावित हडताल को देखते हुए जिला कलक्टर ने 6 नवम्बर से जिले के सभी आयुष चिकित्सकों को अस्पतालों में उपस्थित होने के निर्देश दिए। उन्होंने मेडिकल कॉलेज से सभी जिला अस्पतालों में 11 विशेषज्ञ चिकित्सकों को ड्यूटी देने के निर्देश दिए।