एनईएमएल और आईएमई  के बीच कमोडिटीज व्यापार के लिए ईरान में एमओयू

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बिट्यूमेन(डामर) का स्पॉट ट्रेडिंग जल्द ही शुरू होगा 

• नया प्लेटफार्म भारत और ईरान के बीच व्यापारिक  सुविधा का निर्माण करेगा

• सोयाबीन, मकई और चावल जैसे कमोडिटीज  में द्विपक्षीय  व्यापार की बड़ी गुंजाईश  है 

 कीश द्वीप। भारत और ईरान के बीच कमोडिटीज व्यापार के लिए संयुक्त व्यापार मंच विकसित करने के लिए ईरान मर्केंटाइल एक्सचेंज (आईएमई) ने एनसीडीईएक्स ग्रुप कंपनी,एनसीडीईएक्स ई-मार्केट्स लिमिटेड (एनएमएल) के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं।

  नैशनल कमोडिटीज एण्ड डेरिवेटिव्ज एक्सचेंज लिमिटेड (एनसीडीईएक्स)यह  भारत का सबसे बड़ा कृषि कमोडिटी बाजार है, जिसमें कृषि वस्तुओं के व्यापार की 85% से अधिक बाजार हिस्सेदारी है।

भारत में प्रमुख ई-मार्केट और सर्विसेज कंपनी, एनईएमएल के साथ यह समझौता, ईरान और भारत के बीच वस्तुओं के कारोबार के लिए एक संयुक्त ई-ट्रेडिंग मंच तैयार करेगा। 

यह व्यापार मंच ईरान से भारत तक बिट्यूमेन(डामर)   के व्यापार के साथ अपने कार्य को शुरू करने की संभावना है । इसका इस्तेमाल ईरान के सभी अग्रणी बिटुमेन निर्माताओं और भारत के कमोडिटी के अग्रणी उपयोगकर्ताओं द्वारा किया जाएगा ।

एनईएमएल और आईएमई इस व्यापारिक मंच को संयुक्त रूप से विकसित करेंगे और चलाएंगे । हालांकि इसकी शुरुआत बिटुमेन के स्पॉट ट्रेडिंग के साथ की जाएगी, फिर भी बिटुमैन का वायदा अनुबंध यह एक लक्ष्य है। 

उसके लिए एनसीडीईएक्स और आईएमई संयुक्त रूप से एक अनुबंध विकसित करेंगे. इसी तरह से सोयाबीन, मकई और चावल जैसी कृषि वस्तुओं का व्यापार भी जल्द ही शुरू हो जाएगा। 

आईएमई के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. हमेद सोलटनीनजाद ने कहा,”  दोनों देशों के बीच कमोडिटीज के व्यापार को सुविधाजनक बनाने के लिए एनसीडीईएक्स ई-मार्केट्स के साथ हमारा समझौता, एक और कदम है। 

एनईएमएल के प्रबंध निदेशक और सीईओ राजेश सिन्हा ने कहा,” दोनों एक्सचेंज दोनों देशों के बीच एक मजबूत संयुक्त व्यापार मंच बनाने की दिशा में पहला कदम उठा रहे हैं और इससे दोनों देशों के उत्पादकों और उपभोक्ताओं को लाभ होगा।