खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में होगा 65,000 करोड़ का निवेश-हरसिमरत कौर

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नई दिल्ली। देश दुनिया के उद्यमियों ने भारत के खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में 65,000 करोड़ रुपये (दस अरब डॉलर) के निवेश की प्रतिबद्धता जताई है। इससे क्षेत्र में दस लाख से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे।

तीन नवंबर से राजधानी में शुरू होने वाली मेगा खाद्य प्रदर्शनी एवं सम्मेलन से पहले ही निवेशकों ने यह प्रतिब्रद्धता जता दी है जिसके सम्मेलन की समाप्ति तक और बढ़ने की उम्मीद है।

खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने यह जानकारी देते हुये कहा, ‘विगत तीन वर्षो में किये गये कायाकल्प और कारोबार सुगमता बढ़ाने के उपायों से खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में भारी निवेश की उम्मीद है।’

भारत को खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में दुनियाभर में सबसे बेहतर और आकर्षक निवेश स्थल बनाने और किसानों की आय को दोगुना करने के सरकार के सपने को पूरा करने के लिये यहां पहली बार खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र से जुड़े मेगा कार्यक्रम वर्ल्ड फूड इंडिया का आयोजन किया जा रहा है।

यह आयोजन खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय द्धारा भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) के साथ मिलकर किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन नवंबर को इसका उद्घाटन करेंगे।

हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में आवेदनों व निधियों के अनुदान संबंधी कामकाज को तेजी से निपटाने के लिए ऑनलाइन पोर्टल की व्यवस्था की गई है। निवेशकों के लाभ के लिए एक पोर्टल निवेश बंधू तैयार किया गया है जिसकी शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी करेंगे।

इस मौके पर खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकार (एफएसएसएआई) के मुख्य कार्याधिकारी (सीईओ) पवन कुमार अग्रवाल ने कहा कि पिछले कुछ वर्षो में चीजों को व्यवस्थित किया गया है ताकि और अधिक निवेश हो सके।

60 से अधिक देशों और पूर्वोत्तर क्षेत्र के राज्यों सहित 27 राज्यों के 5,000 से अधिक उद्यमी और कंपनियों के सीईओ तीन दिन तक चलने वाले इस महाआयोजन में भाग लेंगे।

इस दौरान सरकार और उद्यमियों व व्यासायियों के बीच होने वाली बैठकों में भाग लेने के लिये 15 से अधिक देशों के मंत्रीस्तरीय प्रतिनिधमंडल प्रदर्शनी एवं सम्मेलन में आएंगे।

आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों और 18 राज्यों के मंत्रियों ने आयोजन में भाग लेने की स्वीकृति दी है। जर्मनी, डेनमार्क और जापान इसमें भागीदार देश हैं जबकी इटली और नीदरलैंड फोकस देश के तौर पर भाग ले रहे हैं।

हरसिमरत ने कहा कि ‘देश दुनिया के 5,000 से अधिक सरकारी अधिकारी, उद्यमी, और विभिन्न क्षेत्रों के लोग जब एक स्थान पर मिलेंगे और बातचीत करेंगे तो खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र व भारतीय खाद्य अर्थव्यवव्स्था में बदलाव आयेगा।

जिन निवेश प्रस्तावों के लिये प्रतिबद्धता जताई गई है उनके लिये सहमति ज्ञापन दस्तावेज तैयार कर लिये गये हैं।

देश में किसानों की आय दोगुनी करने के लिये विदेशी पैसे का सहारा लेना होगा। हम खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में आधुनिक तकनीक और बेहतर कार्य प्रणाली लाना चाहते हैं।’प्रदर्शनी का आयोजन खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय कर रहा है।

इंडिया गेट के नजदीक 40 हजार वर्गफुट क्षेत्र में आयोजित होने वाला यह आयोजन वैश्विक कारोबारियों के लिये एक मंच उपलब्ध करायेगा जिसमें भारतीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग की पूरी श्रंखला में कारोबार के अवसर तलाशे जा सकेंगे।

पीएम मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली के साथ मुख्य कार्यकारी अधिकारियों का विशेष सत्र आयोजित होगा। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद विश्व खाद्य भारत के समापन सत्र को संबोधित करेंगे।