गेंहू का MSP बढ़कर 1,735 रुपए प्रति क्विंटल हुआ

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पिछले सीजन में चना व मसूर का एमएसपी चार हजार रुपये प्रति क्विंटल था, इसे देखते हुए चना व मसूर की एमएसपी 200 रुपये तक बढ़ाई गई है।

नई दिल्ली। बुवाई शुरु होने के साथ ही सरकार गेहूं समेत रबी सीजन की सभी फसलों के समर्थन मूल्य का ऐलान किया है। रबी सीजन की मुख्य फसल गेहूं के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 110 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि करने का फैसला किया गया है। इसी तरह दलहन की खेती को प्रोत्साहित करने के लिहाज से सरकार दालों का समर्थन मूल्य 200 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि की है।

कृषि मंत्रालय की ओर से तैयार कैबिनेट नोट को केंद्रीय मंत्रिमंडल की मंगलवार को हुई बैठक में मंजूरी दे दी गई। कैबिनेट की बैठक में सरकार देश के किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में वृद्धि का तोहफा दिया है। कृषि लागत व मूल्य आयोग (सीएसीपी) की सिफारिशों के आधार पर कृषि मंत्रालय ने प्रस्ताव तैयार किया था, जिसे कैबिनेट में मंजूर कर लिया गया।

गेहूं के एमएसपी में 110 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोतरी की गई है। पिछले साल के मुकाबले छह फीसद है। जबकि दलहन फसलों को लेकर सरकार ने किसानों का पूरा ध्यान रखा है। कैबिनेट के मसौदे में दलहन के मूल्य में 200 से अधिक की वृद्धि की गई है।

तथ्य यह है कि पिछले साल के रबी सीजन में गेहूं का एमएसपी 1625 रुपये प्रति क्विंटल था, जिसमें 110 रुपये की वृद्धि हो सकती है। इस तरह चालू सीजन में गेहूं का एमएसपी 1735 प्रति क्विंटल हो गई है। दलहन की फसल में पिछले साल 450 रुपये से लेकर 550 रुपये तक की वृद्धि की गई थी।

नतीजा यह रहा कि दलहन फसलों की पैदावार ने नई ऊंचाइयों को छू लिया। हालांकि इससे किसानों को अपेक्षित कीमतें नहीं मिल पाई। लेकिन देश में चना की कीमतें अरहर जैसी दाल के बराबर बोली जाने लगी है। पिछले सीजन में चना व मसूर का एमएसपी चार हजार रुपये प्रति क्विंटल था। इसे देखते हुए चना व मसूर की एमएसपी 200 रुपये तक बढ़ाई गई है।