कंपनियों ने घटाया 40% तक दिवाली गिफ्ट का बजट : एसोचैम

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लखनऊ। बाजार में छाई मंदी और बैलेंस शीट पर दबाव को देखते हुए देश की कॉर्पोरेट कंपनियों ने एंप्लॉयीज और पार्टनर्स को दिवाली पर दिए जाने वाले गिफ्ट के बजट में कम से कम 35 से 40% की कटौती की है। इंडस्ट्री बॉडी एसोचैम की रिपोर्ट में यह बात सामने आई है।

एसोचैम ने यह रिपोर्ट टियर 1, 2 और 3 शहरों की 758 कंपनियों के साथ बातचीत के आधार पर तैयार की है। एसोचैम ने अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली-एनसीआर, हैदराबाद, जयपुर, कोलकाता, लखनऊ, मुंबई जैसे शहरों को सर्वे में शामिल किया था।

एसोचैम की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनियों ने दिवाली गिफ्ट में सबसे ज्यादा कटौती कंपनी के बाहर वाले लोगों के लिए की है, जबकि अपने एंप्लॉयीज को दिए जाने वाले गिफ्ट में बहुत ज्यादा कटौती नहीं की गई है।

हालांकि रिपोर्ट में कहा गया है कि यह बोनस पेमेंट में बड़ी गिरावट का संकेत है, क्योंकि कंपनियां कर्ज में डूबी हैं और वो ओवरऑल ऑपरेशन में कटौती की संभावनाओं को देख रहीं हैं। नोटबंदी के झटके के बाद पूरे देश में नया टैक्स सिस्टम जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) को लागू करने के दौरान आ रही परेशानियों ने भी कॉर्पोरेट कंपनियों के बिजनस को प्रभावित किया है।

एसोचैम के सेक्रेटरी जनरल डी एस रावत ने कहा, ‘फेस्टिवल सीजन में कंपनियों द्वारा गिफ्ट बजट में कटौती से सबसे बड़ा नुकसान एफएमसीजी कंपनियों को हुआ है। दिवाली सीजन पर गिफ्ट देने में कमी की वजह से चॉकलेट, कुकीज और मिठाइयों का बिजनस प्रभावित हुआ है।

इन कंपनियों ने सामान्य से कम बिक्री होने की जानकारी दी है।’ एफएमसीजी कंपनियों को दिवाली के फेस्टिवल सीजन से बड़ी उम्मीद रहती है, क्योंकि इस दौरान उन्हें अधिक बिक्री करने का अवसर मिलता है, लेकिन इस बार कंपनियों के लिए दिवाली सीजन अच्छा नहीं रहने के संकेत मिल रहे हैं।

रावत ने कहा, ‘इसी प्रकार से कन्ज्यूमर ड्यूरेबल कंपनियां जो वॉशिंग मशीन, रेफ्रिजरेटर, इलेक्ट्रिक स्टोव आदि बनाती हैं, उनका बिजनस भी प्रभावित हुआ है। फेस्टिवल सीजन के दौरान महंगे फोनों की होने वाली बिक्री में भी कमी देखने को मिली है।’