परवन परियोजना का काम शुरू, 800 गांवों को मिलेगा पेयजल

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673 करोड़ रुपए की लागत से  बांध और टनल का निर्माण मुम्बई की फर्म ने शुरू किया, 2021 में होगा पूरा होने की उम्मीद

झालावाड़। परवन सिंचाई परियोजना का निर्माण कार्य अब शुरू हो चुका है। इसमें तमाम बाधाएं दूर हो चुकी हैं। इस परियोजना में अभी बांध और टनल निर्माण के लिए 673 करोड़ रुपए से मुम्बई की फर्म ने काम शुरू कर दिया है।
28 मई 2021 तक यह काम पूरा होने की पूरी संभावना जताई जा रही है।

अकावद क्षेत्र में परवन नदी पर 360 मीटर लंबे और 15 रेडियल गेटों सहित कंक्रीट बांध का निर्माण होगा। इसके साथ ही साथ 8 किमी लम्बी टनल का निर्माण होगा। इसके लिए मूलभूत सुविधाएं और भवन निर्माण सहित अन्य संरचनाएं तैयार की जा रही हैं।

केंद्रीय जल आयोग को प्रस्तुत की गई बांध के ओवरफ्लो और नॉन ओवरफ्लो की डिजाइन की खुदाई का काम भी शुरू हो चुका है। यहां पर क्वालिटी कंट्रोल भवन का निर्माण हो चुका है। विभागीय कार्यालय, संवेदक श्रमिकों के निवास, डिस्पेंसरी सहित अन्य निर्माण भी करवाए जा रहे हैं। टनल के एक्जिट बिंदु पर भूमि आवंटन हो चुका है।

इसका काम भी शुरू हो जाएगा। दरअसल परवन सिंचाई परियोजना कोटा संभाग की काफी महत्वपूर्ण परियोजना है। इस परियोजना का निर्माण यहां पर राजनीतिक मुद्दा भी बनता रहा है। सालों से कांग्रेस और भाजपा के बड़े नेता इस परियोजना के मुद्दे को चुनावों में भुनाते रहे हैं। अब जाकर यहां पर काम शुरू हो पाया है।

313 गांवों के खेत होंगे सरसब्ज
परवनसिंचाई परियोजना में कोटा, बारां और झालावाड़ के 313 गांवों की 1 लाख 31 हजार हैक्टेयर भूमि सरसब्ज होगी। इससे इन तीनों जिलों के 800 गांवों के लोगों को पीने का पानी भी मिल सकेगा। बांध क्षेत्र में आने वाले गांवों के खेत सरसब्ज होंगे। इस परियोजना से करीब एक लाख से अधिक किसानों को लाभ मिल सकेगा।