कवियों ने बाबाओं के गिरते स्तर पर किया कटाक्ष, देखिए वीडियो

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कमल यदुवंशी
कोटा। नगर निगम कोटा की ओर से आयोजित राष्ट्रीय दशहरा मेला 2017 के उपलक्ष में विजयश्री रंगमंच पर शनिवार को अखिल भारतीय राजस्थानी कवि सम्मेलन में कवियों ने अपनी रचनाओं से श्रोताओं को देर रात तक बांधे रखा।

प्रदेशभर से आए कवियों ने अपनी रचनाओं में कभी हंसाया तो कभी देश की स्थिति पर सोचने को मजबूर कर दिया। संतों, बाबाओं व राजनीति के गिरते स्तर पर भी जमकर कटाक्ष किए। इस दौरान दर्शक दीर्घा तालियों की गडगडाहट से गूंजता रहा।

कार्यक्रम संयोजक व मेला समिति सदस्य नरेंद्र हाड़ा ने बताया कि अतिथि विधायक पीपल्दा विधायक विद्याशंकर नंदवाना, अध्यक्षता कर रहे कोटा विश्विद्यालय के कुलपति प्रो. पीके दसौरा, बीएसएन अकेदमी के निदेशक महावीर विजय, एसआर ग्रुप के निदेशक आनंद राठी, एलबीएस के कुलदीप माथुर ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया।

कवि देशबंधु दाधीच ने थू सुण ले पाकिस्तान मान ले म्हारी बात ने… सुनाकर पाकिस्तान पर निशाना साधा। जोश से जोहर री गाथा खेग्या बूंदी हाळा…।

कवि डॉ. अंबिकादत्त चतुर्वेदी ने नुंगरो होयो वोट म खड़ो अर नुंगरो जाण सभी पेतरा…कोई चाहे जस्याई लड़े जीतैगो नुगराई देखज्यो भल्याई वोट कोई का पड़े…ने देश की वर्तमान राजनीति पर खूब कटाक्ष किए।

बाबू बंजारा ने गांधी बाबा पाछो आजा देख दशा आजादी की….छोरा छोरी घणा बगडरिया देखो मार छ मिस कॉल…. रचना सुना मोबाइल के दुरूपयोग व देश की स्थिति पर कटाक्ष किया।

कवि राजेंद्र पंवार ने नकटा म नकटो घणो नीच पाकिस्तान छह पण थ्हारे लेखे एक घणों म्हाको राजस्थान छह….कवि विश्वामित्र दाधीच ने आओ मिलकर राजस्थानी इस माटी को नमन करा….कवि बाबू बंजारा ने सुन ले सुन ले नवाज उंची मत कर तू आवाज…सुनाकर पाकिस्तान के खिलाफ माहौल बना दिया।

पांडाल भारत माता के जयकारों से गूंज उठा। कवि दुर्गादान सिंह गौड़, कैलाश मण्डेला, राजकुमार बादल, गौरस प्रचण्ड, प्रेम षास्त्री, भूपेंद्ऱ, मुरलीधर गौड़ आदि ने काव्य पाठ किया। संचालन मुकुट मणिराज ने किया।

राजस्थान कवि रत्न से नवाजा
मंच से कवि मुकुट मणिराज को नगर निगम की ओर से राजस्थान कवि रत्न से नवाजा गया। महापौर महेश विजय, मेला अध्यक्ष राममोहन मित्रा व निगम अधिकारियों व मेला समित सदस्यों ने यह रत्न दिया। इस मौके पर कोटा एजुकेशन डवलपमेंट फॉर्म की ओर से 15 हजार की राशि भी दी गई।