वर्ल्ड फूड इंडिया 2017: फ़ूड प्रोसेसिंग यूनिट्स के लिए औद्योगिक निवेश के प्रयास

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वर्ल्ड फूड इण्डिया 2017 राज्य में फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र खासतौर से खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों, कोल्ड स्टोरेज, पोस्ट हार्वेस्टिंग गतिविधियों से जुड़े उद्योगों और वेयर हाउस क्षमता बढ़ाने के क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने में सहायक होगा-उद्योग आयुक्त

जयपुर। उद्योग आयुक्त कुंजी लाल मीणा ने कहा है कि वर्ल्ड फूड इण्डिया 2017 के माध्यम से राजस्थान में खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों के लिए औद्योगिक निवेश के कारगर प्रयास किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र में निवेशकों को आकर्षित करने का महत्वपूर्ण अवसर है और रीको, बीआईपी, कृषि, बागवानी, डेयरी, उद्योग, कृषि विपणन आदि संबंधित विभागों को ठोस प्रस्तावों व तैयारियों के साथ आगे आना होगा।

उद्योग आयुक्त मीणा शुक्रवार को उद्योग भवन में वर्ल्ड फूड इण्डिया 2017 की तैयारियों की बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड फूड इण्डिया में राजस्थान पार्टनर स्टेट के रुप में हिस्सा ले रहा है।

वर्ल्ड फूड इण्डिया 2017 का आयोजन भारत सरकार के खाद्य एवं प्रसंस्करण मंत्रालय द्वारा 3 नवंबर से दिल्ली में किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि वर्ल्ड फूड इण्डिया 2017 राज्य में फूड प्रोसेसिंग क्षेत्र खासतौर से खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों, कोल्ड स्टोरेज, पोस्ट हार्वेस्टिंग गतिविधियों से जुड़े उद्योगों और वेयर हाउस क्षमता बढ़ाने के क्षेत्र में निवेश आकर्षित करने में सहायक होगा।

आयुक्त उद्योग कुंजी लाल मीणा ने रीको, बीआईपी, कृषि व संबंधित विभाग और उद्योग विभाग के अधिकारियों की टीम बनाने के निर्देश दिए जो राजस्थान में उपलब्ध संभावनाओं व सुविधाओं से निवेशकों से रुबरु हो सके।

उन्होंने राजस्थान की खाद्य प्रसंस्करण व इससे जुड़ी संभावनाओं व भूमि और अन्य सुविधाओं का समावेश करते हुए लिटरेशर भी तैयार करने को कहा।

बीआईपी आयुक्त टीना कुमार ने बताया कि परस्पर समन्वय से आवश्यक तैयारियां की जा रही है। गौरतलब है कि केन्द्र सरकार द्वारा वर्ल्ड फूड इण्डिया 2017 के आयोजन के लिए सीआईआई को इवेंट पार्टनर व केपीएमजी को नोलेज पार्टनर बनाया गया है।

सीआईआई के प्रतिनिधि ने रोड़ शो की तैयारियों की जानकारी दी। अतिरिक्त निदेशक उद्योग  एलसी जैन को नोडल अधिकारी बनाया गया है।

बैठक में सीआईआई के नितिन गुप्ता, रीको के आरके गुप्ता व किशोर गुप्ता, कृषि विभाग, केपीएमजी, बीआईपी, उद्योग व संबंधित विभागों के अधिकारियों ने हिस्सा लिया।