टाटा मोटर्स वाणिज्यिक वाहनों में ईएससी लगाने वाली पहली ओईएम बनी

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कोटा। अग्रणी वैश्विक ऑटोमोबाइल विनिर्माता टाटा मोटर्स लिमिटेड ने प्राइमा और सिग्ना रेंज के ट्रकों के लिए नई सुरक्षा प्रौद्योगिकी -इलेक्ट्रॉनिक स्टैबिलिटी कंट्रोल को आज प्रदर्शित किया। कंपनी ने ट्रकों और बसों के लिए ऑटोमैटिक ट्रैक्शन कंट्रोल (एटीसी) और हिल स्टार्ट ऐड (एचएसए) सुरक्षा टैक्नोलॉजी की भी पेशकश की। जिसकी मदद से वाहन की स्थिरता और सुरक्षा बढ़ाने में मदद मिलती है और ट्रकों एवं बसों की दुर्घटनाओं को रोका जा सकता है।

डब्ल्यूएबीसीओ इंडिया के साथ साझेदारी में विकसित ये टैक्नोलॉजिज ग्राहकों को संपूर्ण मूल्य की आपूर्ति करते हैं। येे टैक्नोलॉजिज वाहन को स्थिरता प्रदान करने, दुर्घटना जोखिम व मरम्मत लागत घटाने तथा वाहन के अपटाइम में सुधार लाते हैं, जिसके परिणामस्वरूप वाणिज्यिक वाहनों की सड़क पर सुरक्षा और दक्षता में सुधार होता है।

इस पहले प्रयास पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए टाटा मोटर्स लि. के हेड-कॉमर्शियल व्हीकल्स, गिरीश वाघ ने कहा, ”टाटा मोटर्स हमेशा से ही टैक्नोलॉजी इनोवेशन में और सुरक्षा आगे रही है। अपने सभी मध्यम एवं भारी वाणिज्यिक वाहनों में इलेक्ट्रॉनिक स्टैबिलिटी कंट्रोल सुरक्षा टैक्नोलॉजी लगाने के मामले में हम भारत की पहली ओईएम हैं।

टाटा मोटर्स लि. के वाइस प्र्रेसिडेंट एवं हेड इंजीनियरिंग (सीवीबीयू) डॉ. ए. के. जिंदल ने कहा, ”टाटा मोटर्स में इलेक्ट्रॉनिक स्टैबिलिटी कंट्रोल (ईएससी) फंक्शन में एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम (एबीएस) जोड़ा गया है, जिसे भारत सरकार के सेंट्रल मोटर्स व्हीकल रूल्स के नियमों के अनुपालन के तहत् पेश किया गया है और इसे 12 टन जीवीडब्ल्यू से अधिक मालवहन वाले सभी वाहनों के लिए लागू किया गया है।

एबीएस सड़क की विभिन्न स्थितियों में वाहन की सुरक्षा बढ़ाता है, वहीं ईएससी सुरक्षा को अगले स्तर पर ले जाता है और विभिन्न हैंडलिंग परिस्थितियों में मांग के अनुरूप सुरक्षा प्रदान कर दुर्घटनाओं की संभावना को रोकने या उसे न्यूनतम करने में मदद मिलती है।