ऑयल फॉर फूड घोटाले के दोषियों पर 60 लाख का जुर्माना

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जोधपुर की अल्कोबैक्स मेटल्स लिमिटेड कंपनी ने अवैध तरीके से मोटी रकम इराक भिजवाई थी, जांच में आरोप साबित होने पर कंपनी पर 40 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। 20 लाख रुपए का जुर्माना अलग से चुकाना होगा

जयपुर। बहुचर्चित अंतरराष्ट्रीय ऑयल फॉर फूड घोटाले में शामिल जोधपुर की कंपनी और उसके संचालक पर ईडी ने साठ लाख रुपए का जुर्माना लगाया है। वोल्कर रिपोर्ट में इस कंपनी लिप्तता का खुलासा हुआ था। कंपनी ने तीन लाख अमेरिकी डॉलर अवैध तरीके से इराकी सरकार को पहुंचाए।

जोधपुर की अल्कोबैक्स मेटल्स लिमिटेड कंपनी ने अवैध तरीके से मोटी रकम इराक भिजवाई थी। जांच में आरोप साबित होने पर कंपनी पर 40 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है।

कंपनी के प्रबंध निदेशक जी.सी. कानूनगो को भी 20 लाख रुपए का जुर्माना अलग से चुकाना होगा। कंपनी ने इराक में ऑयल फॉर फूड प्रोग्राम के तहत तांबे की ट्यूब्स भेजी थी। इसके लिए 28.81 लाख डॉलर के दो एग्रीमेंट किए गए थे। इस कीमत का माल इराक भेज दिया गया।

सौदे के विपरीत 2.06 लाख डॉलर कम लिए गए। इसके अलावा कंपनी ने माल को इराक में बंदरगाह से संबंधित स्थानों तक परिवहन के लिए 1.09 लाख डॉलर खर्च करना बताया। यह रकम वैध तरीके से इराक पहुंचा खर्च होनी चाहिए थी।

ईडी की जांच में पुष्टि हुई कि यह रकम किसी भी वैध तरीके से इराक नहीं भेजी गई। ईडी के डिप्टी डायरेक्टर जसवीर खिच्चर ने कंपनी और संचालकों को नोटिस जारी किया। जिसमें दोनों आरोपों पर जवाब तलब किया गया। कंपनी ने अपने जवाब में इराक से बकाया रकम मिलने का दावा किया।

साथ ही इराक में परिवहन पर खर्च की रसीदें मौजूद होने की सफाई दी। मांगे जाने पर कंपनी दोनों दावों के दस्तावेज उपलब्ध नहीं करा पाई। इससे साफ हुआ कि हवाला के जरिए परिवहन की रकम इराक भिजवाई गई। निर्यात माल की तय पूरी रकम भी नहीं ली।

ईडी ने जयपुर की स्टील कंपनी की संपत्तियां कुर्क कीं
ईडी ने जयपुर मूल की स्टील कंपनी की प्लांट सहित 32 करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्क कर ली है। यह कार्रवाई प्रिवेंशन ऑफ मनी लाउंड्रिंग के तहत की है। बहुचर्चित कोल घोटाले में इस कंपनी को भी कोल ब्लॉक आवंटित किया गया था। आवेदन के समय कंपनी ने भ्रामक दस्तावेज जमा कराए थे।

आवंटन के बाद शेयरों की कीमत कई गुना बढ़ा दी गई। जिन्हें बेच 32 करोड़ रुपए जुटाए थे। इस मामले में कोयला मंत्रालय के तीन बड़े अधिकारियों को भी जेल जाना पड़ा। 

प्रवर्तन निदेशालय ने कमल स्पंज एंड स्टील पॉवर लिमिटेड की संपत्तियां कुर्क की हैं। कंपनी का कॉर्पोरेट ऑफिस गोपाल बाड़ी में स्थित है। कंपनी के प्रबंध निदेशक, मुख्य कार्यकारी अधिकारी और वरिष्ठ अधिकारियों का पता इसी दफ्तर पर है।

कंपनी के बैंक खातों में रखे 2.25 करोड़ रुपए, जमीनें, सतना स्थित प्लांट, मशीनरी और पॉवर प्लांट इन संपत्तियों में शामिल हैं। कंपनी ने कोल ब्लॉक आवंटन के लिए आवेदन किया। जिसके सभी कागजात भ्रामक थे। कोयला मंत्रालय के जिम्मेदार अधिकारियों ने इन्हें नजर अंदाज किया।

बाद में रूद्रपुरी कोल ब्लॉक एक अन्य के साथ संयुक्त तौर पर इस कंपनी को आवंटित कर दिया। कंपनी ने आवंटन के बाद 100 रुपए कीमत के शेयर 900 रुपए प्रीमियम पर बेचे। जिससे उसे 32.175 करोड़ मिले। घोटाला सामने आने पर सुप्रीम कोर्ट ने आवंटन रद्द कर दिया।