डीजल की कीमत रेकॉर्ड लेवल पर पहुंची

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अमेरिका में तूफान के चलते लंबे समय तक रिफाइनरी बंद होने की वजह से डीजल की मांग अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ी है

नई दिल्ली। डीजल के दाम दिल्ली में रेकॉर्ड लेवल पर पहुंच गए हैं। दूसरे शहरों में भी इसकी कीमत रेकॉर्ड लेवल के करीब है। अमेरिका में तूफान के चलते लंबे समय तक रिफाइनरी बंद होने की वजह से डीजल की मांग अंतरराष्ट्रीय बाजार में बढ़ी है, जिसका इसकी कीमत पर असर पड़ा है। पहले डीजल के दाम में कमी आने की उम्मीद की जा रही थी।

दाम बढ़ने से डीजल गाड़ियों की रनिंग कॉस्ट बढ़ेगी, जबकि डीजल से चलने वाले जेनसेट का इस्तेमाल करने वाले किसानों और आम लोगों का भी खर्च बढ़ेगा।

सोमवार को दिल्ली में डीजल की कीमत 59.07 रुपये लीटर रही, जो इंडियन ऑइल कॉर्पोरेशन की वेबसाइट पर उपलब्ध रिकॉर्ड में सबसे अधिक है।

वेबसाइट पर 2002 के बाद का डेटा है। कोलकाता में भी डीजल की कीमत तीन साल में सबसे अधिक हो गई है। मुंबई में दाम जनवरी के बाद और चेन्नै में मई के बाद सबसे अधिक हो गए हैं।

मुंबई में पेट्रोल की कीमत सोमवार को 79.94 रुपये प्रति लीटर रही, जो अगस्त 2014 के बाद सबसे अधिक है। दिल्ली, कोलकाता और चेन्नै में भी इसका दाम इस साल जनवरी के बाद सबसे अधिक हो गया है।

लोकल टैक्स की वजह से पेट्रोल और डीजल के दाम राज्यों में अलग-अलग होते हैं। दिल्ली में 1 जुलाई के बाद पेट्रोल के दाम में 7.74 रुपये लीटर और डीजल के दाम में 5.74 रुपये लीटर की बढ़ोतरी हो चुकी है।

इसमें से ज्यादातर बढ़ोतरी एक महीने से कुछ अधिक समय में हुई है। अमेरिका में एक के बाद एक दो तूफान आने के चलते कई ऑइल रिफाइनरी के बंद होने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में इनकी कीमत बढ़ी है, जिसका असर भारत पर भी पड़ा है।

सितंबर महीने के मध्य में फ्यूल प्राइसेज में बड़ी बढ़ोतरी के बाद सरकार की आलोचना हुई थी। तब पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा था कि उन्हें जल्द ही कीमत में कमी आने की उम्मीद है।

हालांकि, पेट्रोल और डीजल के दाम में कमी नहीं आई है। अमेरिका में लंबे समय तक रिफाइनरी बंद होने और डीजल की मांग बढ़ने से कच्चे तेल की कीमत भी बढ़ रही है।

सितंबर महीने में 1 से 25 तारीख के बीच इसकी कीमत 12 पर्सेंट बढ़कर 59 डॉलर (3871 रुपये) प्रति बैरल पहुंच गई थी। हालांकि, सोमवार को कच्चे तेल का भाव 56 डॉलर प्रति बैरल चल रहा था।

भारत में अंतरराष्ट्रीय बाजार के मुताबिक फ्यूल प्राइसेज में बदलाव होता है। इसके अलावा, यहां पेट्रोल और डीजल पर टैक्स भी बहुत ज्यादा है। पेट्रोल की रिटेल कीमत पर दिल्ली में टैक्स 52 पर्सेंट और डीजल पर 45 पर्सेंट है।