‘सौभाग्य योजना’, लॉन्च, 2 करोड़ से ज्यादा गरीबों को मिलेगा फायदा

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    इसके तहत हर गांव, हर शहर के हर घर तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा  है, 31 मार्च 2019 तक इसे पूरा करना है।

    नई दिल्ली। पीएम मोदी ने ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के सभी घरों तक बिजली पहुंचाने के लिए ‘सौभाग्य’ योजना की शुरुआत की है। पीएम ने जनसंघ विचारक दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर देश को इस महत्वपूर्ण योजना की सौगात दी है।

    सौभाग्य योजना का मतलब ‘प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना’ है। इसके तहत हर गांव, हर शहर के हर घर तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। 31 मार्च 2019 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

    इस योजना के तहत 2011 के सामाजिक आर्थिक और जाति जनगणना में दर्ज गरीबों को बिजली का कनेक्शन फ्री दिया जाएगा। जिन लोगों का नाम इस जनगणना में नहीं है वह भी 500 रुपये का भुगतान कर बिजली का कनेक्शन हासिल कर सकेंगे। इस राशि को 10 किस्तों में बिजली के बिलों के रूप में लिया जाएगा।

    बैट्री बैंक भी देगी मोदी सरकार
    सौभाग्य योजना के तहत सुदूर व दुर्गम क्षेत्रों में बिजली से वंचित आवासों को मोदी सरकार बैट्री बैंक उपलब्ध कराएगी। इसमें 200 से 300 डब्ल्यूपी का सोलर पावर पैक है, जिसमें पांच एलईडी लाइटें, एक डीसी पंखा, एक डीसी पावर प्लग और 5 साल के लिए मरम्मत शामिल है।

    इन राज्यों पर फोकस
    सौभाग्य योजना के तहत बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, ओडिशा, झारखंड, जम्मू-कश्मीर, राजस्थान व पूर्वोत्तर राज्य शामिल हैं। सौभाग्य योजना के कुल बजट 16,320 करोड़ रुपये रखा गया है।

    इसमें सरकारी सहायता के तौर पर 12,320 करोड़ रुपये की व्यवस्था की गई है। ग्रामीण आवासों में बिजली पहुंचाने पर 14,025 करोड़ और शहरी आवासों पर 1732.50 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।