दुर्गा पूजन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों से होगा मेले का शुभारंभ आज

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कोटा । राष्ट्रीय दशहरा मेले की शुरुआत गुरुवार को दुर्गा पूजन ध्वजारोहण के साथ होगी। शाम को श्रीराम रंगमंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम होगा। इसी के साथ रामलीला रामकथा भी शुरू हो जाएगी। रामकथा के लिए बुधवार को प्रेम नगर क्षेत्र में कलश यात्रा निकाली गई।

किशोरपुरा स्थित आशापुरा माताजी मंदिर में दुर्गा पूजन होगा। इसके बाद शाम 5 बजे श्रीराम रंगमंच परिसर में उद्‌घाटन समारोह का आयोजन होगा। इसमें क्यून हरीश एंड पार्टी एवं गोरबंद कार्यक्रम होगा। इसके बाद आतिशबाजी होगी।

मेला आयोजन समिति अध्यक्ष राममोहन मित्रा बाबला ने बताया कि इस समारोह के मुख्य अतिथि कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी होंगे। अध्यक्षता सांसद ओम बिरला करेंगे। विधायक भवानी सिंह राजावत, संदीप शर्मा, प्रहलाद गुंजल, चंद्रकांता मेघवाल, हीरालाल नागर, यूआईटी अध्यक्ष रामकुमार मेहता, भाजपा जिलाध्यक्ष हेमंत विजयवर्गीय विशिष्ट अतिथि रहेंगे।

4.30 करोड़ रुपए खर्च होंगे मेले पर
इस बार दशहरा मेले के लिए नगर निगम ने 4 करोड़ 30 लाख 75 हजार रुपए का बजट रखा है। जो पिछले वर्ष खर्च के मेले पर खर्च हुए वास्तविक राशि 3 करोड़ 90 लाख 70 हजार 651 रुपए से 40 लाख रुपए अधिक है।

रामकथा आज से, कलश यात्रा निकाली 
रामकथा के लिए बुधवार को कंसुआ स्थित शिवधाम से कलश शोभायात्रा निकाली गई। रामकथा संयोजक कृष्णमुरारी सामरिया ने बताया कि माहौल में निकाली कलश यात्रा में काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। यात्रा विभिन्न मार्गों से होते हुए प्रेम नगर द्वितीय स्थित कथास्थल चौथमाता मंदिर पहुंची।

गुरुवार को यहां दोपहर 1 बजे से कथा शुरू होगी। अतिथि उपमहापौर सुनीता व्यास भाजपा शहर जिला उपाध्यक्ष राकेश मिश्रा विधिवत कथा का शुभारंभ करेंगे। श्रीराम रंगमंच पर भी रात 9 बजे से रामलीला आरंभ होगी। पार्षद ध्रुव राठौर ने बताया कि आरकेपुरम में भी रात 8 बजे से रामलीला शुरू होगी।

मेला आयोजन में गड़बड़ी का आरोप
पार्षद लल्ली गौतम ने आरोप लगाया कि अध्यक्ष महापौर को समय की कीमत पता नहीं है। एक दिन बचा है और यह मीटिंग काफी महत्वपूर्ण थी, बावजूद सदस्यों को दो घंटे तक बैठाकर कार्ड बांटने चले गए। जब मेला ही ठीक से नहीं भर पाएगा तो निमंत्रण पत्रों का मतलब क्या रह जाएगा।

मेले में हर साल समय पर सारी व्यवस्थाएं तय करने की बात उठती है, फिर क्यों एेन वक्त पर टेंडर किए जाते हैं? रात को क्यों टेंट मालिक को घर से बुलाकर फाइनल करने के लिए दबाव डाला जाता है? क्यों कलाकार बुलाने के लिए एेन वक्त पर इवेंट के टेंडर खोले जाते हैं?