Friday, March 29, 2024
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इंदौर बाजार/ सोयाबीन रिफाइंड और पाम तेल के भाव में गिरावट

इंदौर। स्थानीय खाद्य तेल बाजार में शनिवार को सोयाबीन रिफाइंड तेल के भाव में 10 रुपये प्रति 10 किलोग्राम की गिरावट रही। आज पाम तेल पांच रुपये प्रति 10 किलोग्राम सस्ता बिका। सियागंज किराना बाजार में शक्कर, रवा और मैदा में ग्राहकी शुक्रवार की तुलना में शानदार रही। कारोबारी सूत्रों के मुताबिक शक्कर में चार गाड़ी की आवक हुई।

तिलहन: सरसों (निमाड़ी) 5900 से 6000, सोयाबीन 4800 से 5400 रुपये प्रति क्विंटल। तेल: मूंगफली तेल 1680 से 1700, सोयाबीन रिफाइंड तेल 1060 से 1065, सोयाबीन साल्वेंट 1040 से 1045, पाम तेल 1010 से 1015 रुपये प्रति 10 किलोग्राम।

कपास्या खली: कपास्या खली इंदौर 1800, कपास्या खली देवास 18000, कपास्या खली उज्जैन 1800, कपास्या खली खंडवा 1775, कपास्या खली बुरहानपुर 1775 रुपये प्रति 60 किलोग्राम बोरी। कपास्या खली अकोला 2700 रुपये प्रति क्विंटल।

शक्कर: शक्कर 3540 से 3580, शक्कर (एम) 3600 से 3650 रुपये प्रति क्विंटल। खोपरा गोला: खोपरा गोला 125 से 145 प्रति किलोग्राम। खोपरा बूरा 1950 से 3800 रुपये प्रति 15 किलोग्राम।

हल्दी: हल्दी (खड़ी) सांगली 155 से 158, हल्दी (खड़ी) निजामाबाद 110 से 125, पिसी हल्दी 165 से 185 रुपये प्रति किलोग्राम। साबूदाना: साबूदाना 6500 से 7000, पैकिंग में 7700 से 7900 रुपये प्रति क्विंटल। आटा-मैदा: गेहूं का पिसा आटा 1380, मैदा 1440, रवा 1480, चना बेसन 3375 रुपये प्रति 50 किलोग्राम।

रिलायबल उड़ान: छात्रों को मिलेगी 90% तक छात्रवृत्ति एवं 5 लाख के कैश प्राइज

कोटा। Reliable Udaan 2023: इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षाओं की तैयारी के लिए कॅरियर सिटी कोटा के प्रमुख संस्थान रिलायबल इंस्टीटयूट द्वारा प्रतिभाओं के प्रोत्साहन के लिए टैलेंट परीक्षा उड़ान 2023 का आयोजन किया जा रहा है। जिसकी घोषणा शनिवार को रोड नम्बर.1 स्थित रिलायबल टॉवर में की गई।

उड़ान परीक्षा में देशभर के स्टूडेंट्स शामिल होकर रिलायबल इंस्टीट्यूट की फीस, कोचिंग एवं हॉस्टल शुल्क में 90 प्रतिशत तक स्कॉलरशिप एवं 5 लाख रूपए तक कैश प्राइज प्राप्त कर सकते हैं। उड़ान 2023 के पोस्टर का विमोचन शनिवार को रिलायबल इंस्टीट्यूट में मैथ्स के विभागाध्यक्ष आयुष गोयल, फिजिक्स के विभागाध्यक्ष चन्द्रशेखर शर्मा एवं कैमिस्ट्री के विभागाध्यक्ष चांदीप के सिंघल सहित अन्य फैकल्टीज ने किया।

दो चरणों में होगी परीक्षा: उड़ान में कक्षा 6 से 10 एवं 11वीं कक्षा में जाने वाले विद्यार्थी शामिल हो सकते हैं। परीक्षा दो चरणों में अंग्रेजी माध्यम में होगी। स्टेज.1 की परीक्षा ऑनलाइन व ऑफलाइन दोनों माध्यम में होगी, जिसे स्टूडेंट अपने घर बैठे मोबाइल एप्लीकेशनए ऑनलाइन वेब पोर्टल के माध्यम से या रिलायबल इंस्टीट्यूट पर आकर दे सकेगा। यह परीक्षा 26 मार्चए 2ए 9 व 16 अप्रैल को आयोजित होगी। परीक्षा तिथि के बारे में दस दिन पूर्व सूचित कर दिया जाएगा।

रजिस्ट्रेशन: विद्यार्थी परीक्षा तिथि से पांच दिन पूर्व तक परीक्षा में शामिल होने के लिए रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे। स्टेज 2 की परीक्षा 21 मई को होगी। स्टेज 1 में शामिल होने वाले विद्यार्थियों को परीक्षा में श्रेष्ठ प्रदर्शन के आधार पर कोचिंग शुल्क में 90 प्रतिशत तक स्कॉलरशिप प्रदान की जाएगी। इसी प्रकार स्टेज 2 की परीक्षा में प्रत्येक कक्षा से टॉप 10 विद्यार्थियों को स्कूल और हॉस्टल में 90 प्रतिशत तक स्कॉलरशिप दी जाएगी और प्रत्येक कक्षा में टॉप 50 में शामिल विद्यार्थियों को 5 लाख रूपए के कैश प्राइज दिए जाएंगे

एलन पीएनसीएफ के फैकल्टी प्रशिक्षण भवन का शुभारंभ

कोटा। एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट प्राइवेट लिमिटेड के प्री नर्चर एंड कॅरियर फाउंडेशन डिवीजन (पीएनसीएफ) की ओर से जवाहर नगर में सर्व सुविधा युक्त फैकल्टी प्रशिक्षण भवन का निर्माण कराया गया है। जिसका विधिवत शुभारंभ शनिवार को एलन के निदेशक राजेश माहेश्वरी एवं होल टाइम एक्जीक्यूटिव अवरिल माहेश्वरी ने किया।

इस दौरान सामूहिक सुंदरकांड पाठ का आयोजन भी किया गया। इस मौके पर एलन के निदेशक राजेश माहेश्वरी ने प्रशिक्षु शिक्षक-शिक्षिकाओं को संबोधित कर कॅरियर के प्रति समर्पित रहने एवं अपने कार्य में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने का आव्हान किया। उन्होनें अपने जीवन के कुछ प्रेरणात्मक संस्मरणों को साझा करते हुए उन्हें प्रोत्साहित भी किया।

एलन के वाइस प्रेसिडेंट एवं पीएनसीएफ हेड अमित गुप्ता ने बताया कि एलन द्वारा विद्यार्थियों को जिस गुणवत्ता की शिक्षा दी जाती है उसका श्रेय यहां के शिक्षकों की योग्यता व कुशलता को जाता है। नई पीढ़ी के शिक्षकों को पारम्परिक तौर तरीकों के साथ साथ आधुनिक शैक्षणिक तकनीक और संसाधनों द्वारा भी प्रशिक्षित करना एलन की कार्यप्रणाली का एक मुख्य चरण है। ताकि विद्यार्थियों का हर तरीके से तैयार किया जा सके और वे अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकें।

इस भवन में अत्याधुनिक तकनीकों से तैयार किये गए डेमो रूम्स हैं। यहां स्मार्ट बोर्ड्स के साथ ही स्टूडियो की भी सुविधा है। जिससे प्रशिक्षु शिक्षकों को ऑफलाइन एवं ऑनलाइन एजुकेशन दोनों विधाओं में पारंगत किया जा सके।  

मिलर्स की लिवाली से कोटा मंडी में धान 100 रुपये उछला

कोटा। भामाशाह अनाज मंडी में शनिवार को कमजोर उठाव से गेहूं और सरसों 100 रुपये प्रति क्विंटल मंदी बिकी। मिलर्स की लिवाली निकलने से धान 100 रुपये प्रति क्विंटल उछल गया। मंडी में सभी जिंसों की मिलाकर करीब 45000 बोरी की आवक रही। नये गेहूं 500 बोरी और नई सरसों की 25000 हजार बोरी की आवक रही। जिंसों के भाव रुपये प्रति क्विंटल इस प्रकार रहे-

गेहूं मिल दडा 2050 से 2150 गेहूं एवरेज 2150 से 2250 बेस्ट टुकड़ी 2250 से 2350 गेहूं नया 2051 से 2551 मक्का लाल 1900 से 2050 मक्का सफेद 2100 से 2200 जौ 1900 से 2100 ज्वार नई शंकर 2100 से 2400 ज्वार सफेद 3000 से 6500, बाजरा 1900 से 2200 रुपये प्रति क्विंटल।

धान (1509) 3500 से 3900, धान सुगन्धा 3000 से 3751, धान (1718) 3800 से 4401 धान (1121) 3800 से 4250, धान (पूसा-1) 3600 से 4501 रुपये प्रति क्विंटल। सोयाबीन 4300 से 5401 सरसों नई 4200 से 5201 अलसी 4800 से 5100 तिल्ली 12000 से 14000 रुपये प्रति क्विंटल।

मसूर 5000 से 6200, मूंग हरा 6000 से 6500 चना देशी बेस्ट 4600 से 4700 चना देशी मिडियम 4500 से 4600 चना पेप्सी 4300 से 4700 चना मौसमी 4200 से 4700 चना कांटा 4100 से 4400 चना डंकी 3800 से 4150 चना नया 4500 से 4750 उड़द एवरेज 3600 से 5500 बेस्ट 5500 से 6500 रुपये प्रति क्विंटल।

धनिया पुराना 4500 से 5500 नया गीला 4500 से 5300 धनिया सूखा 5300 से 5800, धनिया रंगदार 6000 से 7000 रुपये प्रति क्विंटल। लहसुन पुराना 200 से 3000 लहसुन नया 1500 से 6700 ग्वार 4000 से 5000 मैथी 5000 से 5650 कलौंजी 10500 से 12500 रुपये प्रति क्विंटल।

कोढ़ में खाज: पहले सरसों को समर्थन मूल्य नहीं, अब पाम ऑयल का आयात

-कृष्ण बलदेव हाडा-
सरकार की ओर से समर्थन मूल्य पर सरसों की खरीद की घोषणा नहीं किए जाने से पहले ही कोटा संभाग सहित राजस्थान के सरसों उत्पादक किसान गंभीर संकट से जूझ रहे थे, लेकिन अब केंद्र सरकार के पाम ऑयल का बड़े पैमाने पर आयात करने की घोषणा किए जाने से सरसों उत्पादक किसानों का यह संकट अब और बढ़ने वाला है।

केन्द्र सरकार के समर्थन मूल्य पर सरसों की खरीद शुरू करने की घोषणा नही किये जाने से निश्चित रूप से मंडियों में या खुले बाजार में किसानों को उनकी उपज सरसों का पर्याप्त भाव मिलना मुश्किल है। ऐसे में पहले ही से मौसमी मार को झेल चुके कोटा, संभाग सहित राजस्थान के सरसों उत्पादक किसानों के लिए संकट और बढ़ेगा। सरसों के पर्याप्त भाव नहीं मिलने से उन्हें गंभीर आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा।

राजस्थान के कोटा संभाग के चारों जिलों कोटा, बूंदी, बारां, झालावाड़ सहित भरतपुर संभाग की तो रबी के कृषि सत्र में सरसों ही यहां के लाखों किसानों की मुख्य कृषि उपज है। जिस पर ही उनके आने वाले वित्तीय वर्ष में परिवार के लालन-पालन सहित शादी-ब्याह,तीज-त्योहार जैसे सामाजिक धार्मिक उत्सव पर होने वाले खर्च का भार उठाने का दायित्व है। ऐसे में यदि किसानों को सरसों की उपज का पर्याप्त भाव नहीं मिला तो उनके सामने गंभीर आर्थिक संकट उत्पन्न होना तय है।

वर्तमान में कोटा संभाग में सरसों की नई फसल बिक्री के लिए संभाग के लगभग सभी कृषि उपज मंडियों में आ गई है, लेकिन संकट यह है कि किसानों को अव्वल तो उनकी उपज के पर्याप्त दाम नहीं मिल रहे हैं और जो दाम मिल रहे हैं, उनमें भी मांग की तुलना में आवक अधिक होने के कारण और आढ़तियों-व्यापारियों की तयशुदा रणनीति के चलते भाव में लगातार गिरावट आ रही है। पिछले 24 घंटों में ही कोटा की मंडी में सरसों के भाव प्रति क्विंटल 100 रुपए गिरे हैं जो सीधा-सीधा किसानों के आर्थिक हितों पर चोट है।

वर्तमान में कोटा की भामाशाह कृषि उपज मंडी समेत संभाग की अन्य मंडियों में आमतौर पर प्रति क्विंटल सरसों के भाव करीब 4500 रुपये प्रति क्विंटल है, जो पिछले साल के खुले बाजार में बिक रही सरसों की तुलना में बहुत कम है। क्योंकि पिछले साल रबी कृषि सत्र की फसलों के खुले बाजार में बिक्री के लिए आते समय किसानों ने अपनी सरसों की उपज को छह रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से मिले थे।

उस समय यह भाव सरकार की ओर से तय किए गए सरकारी समर्थन खरीद मूल्य की तुलना में अपेक्षाकृत कहीं अधिक होने के कारण किसानों को सरकारी कांटों पर अपनी उपज बेचने के एवज में अपनाई जाने वाली लम्बी सरकारी प्रक्रिया से मुक्ति मिल गई थी और उन्हें खुले बाजार में ही सरसों के अच्छे भाव मिल रहे थे। इस साल अभी तक स्थिति उलट है। पिछले साल के औसतन 6000 रुपए प्रति क्विंटल के भाव की तुलना में किसानों को वर्तमान में करीब 4500 रुपए प्रति क्विंटल मिल रहे हैं, जो अपेक्षाकृत कम ही नहीं, बहुत ज्यादा कम है।

इससे तो किसानों के लिए आमदनी तो क्या, अपने खर्चे भी जैसे-तैसे कर निकाल पाना मुश्किल हो जाएगा। इस पर अब केंद्र सरकार ने पाम ऑयल की आयात पर लगी रोक को हटा कर बड़े पैमाने पर पाम ऑयल की खरीद की छूट देने का फैसला किया है।

यदि रिकॉर्ड स्तर पर देश में पाम ऑयल का आयात होगा तो इससे निश्चित रूप से स्थानीय मिलों में सरसों की पिराई पर प्रतिकूल असर पड़ेगा। इसका अंततः खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ेगा। क्योंकि आढ़तिये-व्यापारी मांग नहीं होने का बहाना बनाकर किसानों से औने-पौने दामों में उनकी उपज को खरीदेंगे और अपनी आर्थिक जरूरतों को पूरा करने के लिए किसान उसको भारी घाटा होने के बावजूद बेचने को मजबूर होंगे। क्योंकि इसके अलावा उनके पास विकल्प नहीं है।

सरकार ने अभी तक समर्थन मूल्य घोषित नही किया है इसलिए सरसों की खरीद के लिए सरकारी कांटे स्थापित नही किए गए हैं। इसमें लगातार देरी जितनी होगी, किसानों के लिए नुकसान उतना ही बढ़ने वाला है।

पूर्व कैबिनेट मंत्री रहे और वर्तमान में कोटा जिले के सांगोद विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक भरत सिंह कुंदनपुर ने आज केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को एक पत्र भेजकर कहा है कि पहले ही मौसम की मार के कारण सरसों की फसल को हुए नुकसान के बावजूद किसानों को अब न तो खुले बाजार में सरसों के पर्याप्त भाव मिल पा रहे हैं और न ही सरकार की ओर से समर्थन मूल्य पर इसकी खरीद की घोषणा की जा रही है।

इसके विपरीत किसानों की कमर तोड़ने के लिए केंद्र सरकार की भाजपानीत सरकार पाम ऑयल के आयात पर लगी पाबंदी को हटा कर बड़े उद्योगपतियों-व्यापारियों को लाभ पहुचाने के लिये विदेशों से बड़े पैमाने पर आयात की छूट प्रदान करने जा रही है, जिससे किसानों के लिए गंभीर संकट की स्थिति उत्पन्न होना तय है।

श्री भरत सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री एक ओर जहां ‘मेक इन इंडिया’ का नारा देकर स्वदेशी उत्पाद को बढ़ावा देने का छलावा कर रहे हैं, दूसरी ओर इसके विपरीत किसानों के आर्थिक हितों पर चोट पहुंचा कर बड़े उद्योगपतियों-व्यापारियों को लाभ पहुचाने की बदनीयत से पर्याप्त मात्रा में देश में सरसों जैसी तिलहनी फसलों की उपलब्धता होने के बावजूद पॉम ऑयल के आयात से पाबंदी हटाकर पॉम ऑयल की खरीद को प्रोत्साहित करने की नीति अपना रहे हैं।

श्री भरत सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार ने 91.07 लाख टन पॉम तेल के आयात करने का फैसला किया है और यह फैसला सीधे-सीधे किसान विरोधी है। उन्होंने इस बात पर खेद प्रकट किया राजस्थान से केंद्र में संसद के लिए निर्वाचित जनप्रतिनिधि मोदी सरकार के पॉम ऑयल आयात के विशुद्ध किसान विरोधी फैसले पर न केवल चुप्पी साधे हुए बैठे हैं, बल्कि किसानों को उनकी उपज का वाजिब मूल्य दिलवाने के लिए केंद्र से सरकारी समर्थन मूल्य पर खरीद शुरू करने की मांग नहीं कर रहे। ऐसे जनप्रतिनिधियों का किसानों को राजनीतिक-सामाजिक बहिष्कार करना चाहिए।

Char Dham Yatra: बद्रीनाथ-केदारनाथ चार धाम यात्रा के लिए ऐसे कराएं रजिस्ट्रेशन

नई दिल्ली। Registration for Char Dham Yatra: चार धाम यात्रा 2023 को लेकर तीर्थ यात्रियों में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है। बद्रीनाथ और केदारनाथ यात्रा पर जाने के लिए पंजीकरण कराने वाले यूपी, एमपी, राजस्थान सहित देश-विदेश के श्रद्धालुओं की संख्या में प्रतिदिन इजाफा हो रहा है।

पर्यटन विभाग के आंकड़ों की बात मानें तो बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में 21 फरवरी से शुरू पंजीकरण की संख्या अब दो लाख के पार पहुंच गई है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार की ओर से इस बार चारधाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को व्हैट्सएप सहित चार विकल्प दिए गए हैं। चेताया कि बिना रजिस्ट्रेशन के किसी भी तीर्थ यात्री को दर्शन करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

यूपी, बिहार, एमपी, राजस्थान सहित अन्य प्रदेशों से उत्तराखंड में चारधाम यात्रा-2023 करने की सोच रहे हैं तो आपको बता दें कि सरकार द्वारा यात्रा पर जाने से पहले रजिस्ट्रेशन को अनिवार्य किया गया है। बद्रीनाथ-केदारनाथ सहित चारधाम यात्रा के लिए सरकार द्वारा सख्ती दिखाते हुए रजिस्ट्रेशन के बिना किसी भी तीर्थ यात्री को चारधाम जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। यात्रियों के पंजीरकरण करने के लिए सरकार ने ठोस रणनीति भी बनाई है। देश-विदेश से चारधाम यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए सरकार ने व्हाट्सएप सहित चार माध्यमों से पंजीकरण करने की सुविधा दी है।

ऐसे कराएं रजिस्ट्रेशन: केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के लिए 21 फरवरी से रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। चार धाम यात्रा पर जाने के इच्छुक तीर्थ यात्री वेबसाइट, टोल फ्री नंबर, व्हाट्सअप नंबर पर पंजीकरण करा रहे हैं। सरकार की ओर से तीर्थ यात्रियों को यात्रा पर जाने से पहले पंजीकरण के लिए चार विकल्प दिए हैं।

श्रद्धालु वेबसाइट, व्हाट्सअप नंबर, टोल फ्री नंबर के साथ ही मोबाइल एप पर भी पंजीकरण करा सकते हैं। वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर पंजीकरण करा सकेंगे। व्हाट्सअप नंबर 8394833833 पर पंजीकरण का विकल्प रहेगा।

टोल फ्री नंबर 01351364 के साथ मोबाइल एप touristcareuttarakhand को डाउनलोड कर भी पंजीकरण किया जा सकेगा। अभी पहले चरण में सिर्फ केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के लिए ही पंजीकरण होंगे। पहले नवरात्र के दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने का समय तय होते ही चारों धामों के लिए पूरी संख्या में पंजीकरण शुरू हो जाएंगे।

दो लाख के पार पहुंची रजिस्ट्रेशन संख्या
पर्यटन सचिव सचिन कुर्वे ने बताया कि इस साल 2023 में चार धाम यात्रा के लिए गुरुवार तक 2 लाख 12 हजार से अधिक पंजीकरण हो चुके हैं। चारधाम यात्रा तैयारियों को जल्द से जल्द पूरा करने के अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री राधा रतूड़ी ने निर्देश दिए। साफ किया कि यात्रा शुरू होने से पहले हर हाल में बिजली पानी के इंतजाम पूरे कर लिए जाएं।

गूगल ट्रांसलेट पर अब इमेज को ट्रांसलेटेड टेक्स्ट में बदलना होगा आसान

नई दिल्ली। गूगल ट्रांसलेट (Google Translate) अब गूगल (Google) लेंस के लिए AR Translate टूल जैसी टेक्नोलॉजी का उपयोग करके अपने वेब प्लेटफ़ॉर्म पर इमेज से टेक्स्ट को ट्रांसलेट कर सकता है।

Google Translate वेबसाइट पर जाने पर, आप पेज के टॉप पर टैब की एक पंक्ति देखेंगे। यदि आपने पहले Google Translate टूल का इस्तेमाल किया है, तो आप टैब के ग्रुप में एक नया इमेज टैब देख सकते हैं।

Google Translate वेबसाइट के टॉप पर इमेज टैब यूजर को अपने कंप्यूटर से एक फोटो या स्क्रीनशॉट अपलोड करने की अनुमति देता है। यहां पर यूजर को jpg, jpeg, or png फॉर्मेट में एक इमेज अपलोड करने के लिए कहा जाएगा।

फीचर का ऐसे करें इस्तेमाल

  • अपने डेस्कटॉप पर गूगल ट्रांसलेट वेबसाइट खोलें
  • टॉप-लेफ्ट में Images Tab पर क्लिक करें
  • अपने कंप्यूटर को इमेज के लिए ब्राउज़ करें जिसे आप ट्रांसलेट कर सकते हैं
  • आप ट्रांसलेट के लिए .jpg, .jpeg, या .png इमेज अपलोड कर सकते हैं
  • आप अपनी स्क्रीन पर ट्रांसलेटेड इमेज टेक्स्ट देख सकते हैं

इन फीचर पर भी काम रहा गूगल
Google के पास अलग-अलग प्लैटफ़ॉर्म पर लोगों के लिए दूसरे उपयोगी टूल भी हैं। बेहतर इंटरफ़ेस और उपलब्ध विभिन्न विकल्पों के लिए बेहतर एप्लिकेशन के साथ मैप्स का विकास जारी है। कारों पर मैप्स को भी हाल ही में बहुत जरूरी बढ़ावा मिला है, जिससे आप कंटेंट को स्ट्रीम कर सकते हैं और एक साथ नेविगेट कर सकते हैं। कंपनी बार्ड एआई चैटबॉट के साथ एआई स्पेस पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है, जिसके निकट भविष्य में चैटजीपीटी और अन्य चैटबॉट्स से मुकाबला करने की उम्मीद है। इमेज से टेक्स्ट ट्रांसलेट करने के लिए गूगल आपको 130 भाषाओं का विकल्प दे रहा है। सिस्टम आपके द्वारा चुनी गई डिफ़ॉल्ट भाषा में टेक्स्ट का ट्रांसलेट करेगा।

Google I/O इवेंट जल्द होगा शुरू
Google I/O को पहली बार वर्ष 2008 में आयोजित किया गया था और तब से वैश्विक COVID-19 महामारी के कारण 2020 को छोड़कर हर साल आयोजित किया जाता है। उम्मीद है कि इस साल कंपनी इस इवेंट में कई शानदार प्रोडक्ट पेश करेगी। बताया जा रहा है कि इवेंट में Android 14 की शुरुआत होने की उम्मीद है।

डायरेक्ट टैक्स कलेक्शन 13 लाख करोड़ रुपये के पार पहुंचा

नई दिल्ली। शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह अब तक 17 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ 13.73 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है, जो वित्त वर्ष 2023 के संशोधित लक्ष्य का 83 प्रतिशत है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने शनिवार को यह जानकारी दी।

सकल आधार पर यह संग्रह 22.58 प्रतिशत बढ़कर 16.68 लाख करोड़ रुपये हो गया। एक अप्रैल, 2022 से 10 मार्च, 2023 के दौरान 2.95 लाख करोड़ रुपये के रिफंड जारी किए गए, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के दौरान जारी किए गए रिफंड से 59.44 प्रतिशत अधिक हैं।

शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 13.73 लाख करोड़ रुपये है, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि के शुद्ध संग्रह से 16.78 प्रतिशत अधिक है।

लिवाली निकलने से रामगंज मंडी में धनिया 75 रुपये तेज बिका

रामगंज मंडी। स्थानीय कृषि उपज मंडी में शनिवार को धनिया की आवक 17000 बोरी रही। लिवाली निकलने से धनिया के भाव 50 से 75 रुपये प्रति क्विंटल तेज बोले गए। कारोबारी सूत्रों के अनुसार बाजार बढ़ी हुई आवक में स्टेंड भाव पर खुले। स्कूटर व रंगदार माल अच्छी लेवाली के चलते 100 रुपए तेज दिखाई दिए। बाकी अन्य सभी माल के बाजार स्टेंड बने हुए रहे।

बढ़ी हुई आवक के बावजूद आज भी लिवाली अच्छी बनी रही। पिछले दिनों हुई बेमौसम बारिश से क्वालिटी बिगड़ने से बादामी माल के साथ ब्लेक व रेन डेमेज वाले माल भी बढ़ गए। नीचे में गीले व नमी वाले 4150 से 4400 रुपए तथा सूखे माल 4500 से 4800 रुपए क्वालिटी के हिसाब से बिके। धनिया की विभिन्न किस्मों के भाव रुपए प्रति क्विंटल इस प्रकार रहे-

धनिया गीला 4650 से 5600 रुपए, 3 kg बोरी घटवाला 5800 से 6600 रुपए, बादामी ड्राई 5750 से 6150 रुपए, ईगल 6250 से 6800 रुपए, स्कूटर 6950 से 7500 रुपए, रंगदार 7800 से 9200 रुपए, बेस्ट ग्रीन 9800 से 11500 रुपए, स्पेशल ग्रीन 12500 से 15000 रुपए, रेन डेमेज गीला नमी व घटवाला धनिया पुराना 5700 से 6300 रुपए प्रति क्विंटल।

कारीगरों की मदद के लिए ‘मिशन मोड’ में काम करने की जरूरत: पीएम मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने दूरदराज के इलाकों में रहने वाले कारीगरों की मदद करने और उन्हें मूल्य शृंखला का हिस्सा बनाने के लिए ‘मिशन मोड’ में काम करने की आवश्यकता पर शनिवार को बल दिया।

मोदी ने बजट के बाद ‘प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान’ योजना पर आयोजित एक वेबिनार में कहा, ‘‘हमारा उद्देश्य आज के कारीगरों को कल का बड़ा उद्यमी बनाना है। इसके लिए उनके व्यापार मॉडल में स्थिरता जरूरी है।’’ उन्होंने सभी हितधारकों से छोटे कारीगरों को अपनी मूल्य शृंखला का हिस्सा बनाने का आह्वन किया।

मोदी ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री विश्वकर्मा कौशल सम्मान योजना’ का उद्देश्य कारीगरों के कौशल को निखारना, उनके लिए आसानी से ऋण की उपलब्धता सुनिश्चित करना और ब्रांड प्रचार में उनकी मदद करना है ताकि उनके उत्पाद बाजार में जल्दी पहुंच सकें। उन्होंने कहा कि इसका लक्ष्य कारीगरों और लघु कारोबार से जुड़े लोगों की भी मदद करना भी है।

उन्होंने कहा कि ‘स्किल इंडिया मिशन’ के तहत करोड़ों लोगों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। प्रधानमंत्री ने कहा कि लघु स्तर के कारीगर स्थानीय शिल्प के निर्माण और देश के विकास में अहम् भूमिका निभाते हैं।